राजस्थान में इस साल विधानसभा की 6 सीटों पर उप चुनाव होने हैं। सलूम्बर और चौरासी दोनों सीटो पर आदिवासी समाज निर्णायक भूमिका में रहेगा। बीजेपी के सामने इन दोनों सीटों पर कांग्रेस के साथ-साथ भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) बड़ी चुनौती है।ऐसे में अब बीजेपी ने बीएपी के साथ गंठबंधन में चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। बुधवार को उदयपुर पहुंचे प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा- मैं तो चाहता हूं कि राजकुमार रोत बड़े नेता बने। अपने क्षेत्र के विकास के लिए मिलकर काम करें। हमारी सरकार राजस्थान में है। दिल्ली में है। हम सब उस क्षेत्र के विकास के लिए काम करें।दरअसल, बीजेपी प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के साथ दो दिन से वागड़ क्षेत्र के दौरे पर हैं। बुधवार को इन्होंने सलूम्बर सीट को लेकर संगठनात्मक बैठक ली। वहीं, आज चौरासी सीट पर बैठक ले रहे हैं। बुधवार को उदयपुर पहुंचे प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा था कि राजकुमार रोत नौजवान हैं। वे कोशिश कर रहे हैं कि भील समाज में जागरूकता पैदा करें। उन्हें धीरे-धीरे समझ में आ जाएगा कि जो कुछ वो करना चाहते है, वो कांग्रेस की गोद में बैठकर नहीं होने वाला है। यह काम तो केवल प्रधानमंत्री मोदी ही कर सकते हैं।उन्होंने कहा- मानगढ़ धाम का जो सौंदर्यीकरण हुआ, जो राष्ट्रीय संग्रहालय बना, बड़ा म्यूजियम वसुंधरा राजे ने बनवाया। पीएम मोदी ने यहां गोविंद गुरू के सम्मान को स्थापित किया। द्रौपदी मुर्मू को देश का राष्ट्रपति बनाया। इस बात को आदिवासी समाज भली भांति जानता है कि आजादी के 75 सालों में अगर उनके समाज को किसी ने वास्तव में राजनीतिक, आर्थिक और समाजिक रूप से सशक्त किया है तो वह पीएम मोदी ने किया है।उन्होंने कहा- मुझे विश्वास है कि आज नहीं तो कल राजकुमार रोत को यह बात समझ में आएगी।