बस स्टैंड पर गंदगी का साम्राज्य होने

से बिमारियों के फेलने का अंदेशा होता जा रहा है लेकिन डीपो प्रबंधक सफाई ठेकेदार से सफाई कराने में असमर्थ नजर आ रही है। रोडवेज बसस्टैंड परिसर की सफाई का ठेका मासिक में दिया हुआ है। सफाई ठेकेदार सफाई करने के बाद कचरे को एक जगह इकट्ठा करने के बाद वहां से नहीं हटाता, जिसके कारण गंदगी बड़ती जाती है। जब कि ठेकेदार को इकट्ठा हुआ कचरा समय पर हटाना चाहिए। नहीं हटाने पर डीपो प्रबंधक को कार्यवाही करना चाहिए। ताकि बस स्टैंड पर नियमित सफाई हो ओर नियमित कचरा उठाया जावे। कचरा नियमित नहीं उठाने से गंदगी बड़ती जाती है। इसलिए कचरे का नियमित निस्तारण जरूरी है। टॉयलेट की नहीं है सुव्यवस्थित व्यवस्था, महिलाओं को हो रही है परेशानी। बस स्टैंड पर सुव्यवस्थित टायलेट की व्यवस्था नहीं होने से महिलाओं को परेशान होना पड़ रहा है 6 माह से भी अधिक समय से निर्माणाधीन टॉयलेट का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ, फिर भी यात्रीयो को अधूरे, गंदगी से भरे हुए टायलेट में ही टायलेट जाना पड रहा है। जिसका टायलेट निकास नहीं होने से मुख्य मार्ग तक पहुंच रहा है जिसके कारण यात्री दुर्गंध से भी पीड़ित