गुंसी-गांव लुहारा के उत्तरी एवं दक्षिणी बांध के कैचमेंट एरिया में हुई बरसात के चलते दोनों बांध लबालब भर चुके है। दोनों बांधों के पूरा भर जाने से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। उत्तरी बांध की भराव क्षमता 6 फीट एवं दक्षिणी बांध की 5 फीट की भराव की क्षमता है। दोनों बांधों पर करीब 20 दिन से चादर चल रही है। ग्रामीण रामधन जाट, दयाराम चौधरी, हेमराज जाट, बनवारी गुर्जर, रायचंद जाट, संवारा जाट व रामलाल गुर्जर सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि इस वर्ष गांव के उत्तरी एवं दक्षिणी बांध लबालब भर गए है। भविष्य में दोनों बांधों से खरीफ की फसल की सिंचाई के लिए प्रयाप्त पानी उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने बताया कि दक्षिणी बांध की एक नहर से छोड़े जाने वाले पानी से लुहारा एवं श्रीसुरतपुरा गांव की करीब 350 बीघा कृषि भूमि की सिंचाई की उम्मीद है। इसी प्रकार उत्तरी बांध की तीन नहरों से भी लुहारा गांव की करीब इतनी ही भूमि की सिंचाई हो सकेगी। उन्होंने बताया कि बांधों के भर जाने से गेहूं एवं सरसो की बंपर फसल पैदा होने का अनुमान है। इसके साथ ही इनके पूरा भर जाने से स्थानीय एवं आसपास के गांवों के कुओं का जलस्तर भी बढ़ रहा है।