यूक्रेन इसका इस्तेमाल रूस में प्रेसीशन अटैक के लिए कर रहा है. यानी टारगेट पर सीधा और सटीक हमला. पैलीएनीसिया में हाई-स्पीड ड्रोन की खूबियां तो हैं ही. मिसाइल वाला टर्बोफैन इंजन लगा है, ताकि इसे ज्यादा तेज गति मिल सके. इस हथियार का इस्तेमाल पहली बार किया गया था. इसने सटीकता से रूसी टारगेट को हिट किया.इसने जब हथियार डिपो को हिट किया. उसके बाद धमाका देखने लायक था. पूरे वोरोनेह इलाके में इमरजेंसी लगा दी गई. इस हथियार के विंग्स हटाए जा सकते हैं, ताकि ट्रांसपोर्टेशन में आसानी हो. हमले से पहले उसे वापस जोड़ दिया जाता है. इसके अंदर काफी बड़ा फ्यूल टैंक है, जो इसे लंबी दूरी की उड़ान देता है. ड्रोन-मिसाइल के आगे 20 किलोग्राम तक का फ्रैगमेंटेशन वॉरहेड लगाया जाता है. इसमें जो इंजन लगा है वो एक माइक्रो जेट है. जिसका वजन 4 किलोग्राम है. यह 43 किलोग्राम का थर्स्ट देता है. यानी ड्रोन को उड़ाने के लिए काफी ताकत मिलती है. इस ड्रोन का फ्रेम लकड़ी का बना है. इसलिए उड़ान आसान होती है. उसके ऊपर फाइबर ग्लास की कवरिंग होती