यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन में शांति के लिए होने वाले दूसरे शांति सम्मलेन को भारत में होना चाहिए। जेलेंस्की ने इसके लिए उन्होंने PM मोदी से बात भी की है। दरअसल यूक्रेन की कोशिश है कि दूसरा शांति सम्मेलन ग्लोबल साउथ देशों में होना चाहिए।भारतीय पत्रकारों से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि दूसरे शांति सम्मेलन के आयोजन के लिए भारत के अलावा सऊदी अरब, कतर, तुर्की और स्विट्जरलैंड के साथ भी बातचीत चल रही है। जेलेंस्की ने बताया कि शांति सम्मेलन उसी देश में होगा, जिसकी इसमें दिलचस्पी होगी।इससे पहले स्विट्जरलैंड में पहला यूक्रेन शांति सम्मेलन जून में आयोजित किया गया था, जिसमें रूस ने हिस्सा नहीं था। अब यूक्रेन शांति के लिए अपनी शर्तों को आगे बढ़ाने और रूस के प्रतिनिधियों को इसमें शामिल करने के लिए एक बार फिर से पीस समिट कराने पर जोर दे रहा है सम्मेलन का आयोजन हुआ था। इसमें यूक्रेन ने 160 से ज्यादा देशों को आमंत्रण भेजा था मगर इसमें लगभग 90 देशों ने हिस्सा लिया था। रूस, चीन, ब्राजील समेत कुछ देशों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया था।समिट के आखिरी दिन एक साझा बयान जारी किया गया जिस पर 80 से अधिक देशों ने दस्तखत किए। वही भारत, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, इंडोनेशिया, थाइलैंड, मेक्सिको और UAE समेत 7 देशों ने ऐसा नहीं किया। दिलचस्प बात है कि इस कई बार रूस का पक्ष लेने वाले तुर्किये ने भी इस पर हस्ताक्षर किए थे।

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