बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने शुक्रवार को टोंक में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का दंगों का इतिहास रहा है। नेहरू लाशों पर बैठकर प्रधानमंत्री बने थे। उन्हें कुर्सी की भूख थी। सबको पता था कि जिन्ना छह महीने में मर जाएंगे।टोंक में शुक्रवार को देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर हुई संगठनात्मक बैठक में राधा मोहन दास ने कहा- आजादी छह महीने बाद मिल जाती तो देश का बंटवारा नहीं होता, लेकिन नेहरू को प्रधानमंत्री बनना था। राजीव गांधी ने दंगों की राजनीति की। साल 1984 के सिख दंगों में राजीव गांधी ने षड्यंत्र किया था। उन्होंने हिंदू और सिखों को लड़ाने का काम किया। अब कांग्रेस उस नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ समझौता करके बैठी है, जो कहती है कि अगर वो सत्ता में आई तो अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करेगी। इनका इतिहास तो दंगे कराने का रहा है। आज जब ये सारी रणनीति के बाद भी नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने से नहीं रोक पाए तो देश में जातीय दंगे करवा रहे हैं। लेकिन, देश की जनता बहुत समझदार है। अब ये लोग नंगे हो चुके हैं। प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास ने राहुल गांधी के हिंदू होने के सवाल पर कहा- यह सच है कि इंदिरा गांधी के पति का नाम फिरोज जहांगीर खान था। वो पारसी धर्म को मानने वाले थे, लेकिन इनके पाखंड की पराकाष्ठा देखिए कि इन्होंने हवा उड़ा दी कि महात्मा गांधी ने फिरोज को दत्तक बना लिया है। इसलिए वो गांधी हो गया। फिरोज गांधी के पिता उस समय जिंदा थे। एक पिता के जिंदा रहते हुए बेटे का धर्म परिवर्तन करके उसका नाम बदल दिया।क्या यह सच नहीं है कि राहुल गांधी की मां ईसाई है। इससे भी बड़ा उदाहरण है कि कभी राहुल गांधी को प्रियंका गांधी से राखी बंधवाते हुए नहीं देखा गया। राहुल गांधी राखी पर संदेश तो देते हैं, लेकिन उनकी कलाई पर राखी नहीं बंधी होती है। राधा मोहन दास ने कहा- सचिन पायलट दौसा से चुनाव लड़ते थे। दौसा में लोगों को आपस में लड़ाकर वो नेता बने थे। उनका भेद खुल गया। उन्हें पता चल गया था कि दौसा के लोग अब उनके जातीय दंगों से उन्हें चुनने वाले नहीं हैं। इसलिए वो भागकर टोंक चले आए। उन्हें पता था कि यहां अल्पसंख्यक समाज के लोग ज्यादा हैं।टोंक में हिंदू समाज का बंटवारा करके वो विधायक बन गए, लेकिन काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है। इन्होंने टोंक के लिए क्या किया है। टोंक में पानी-बिजली और विकास के लिए हमेशा बीजेपी आगे आई है। यह बात टोंक के लोग और देवली-उनियारा के लोग भी जानते हैं। हम देवली-उनियारा में कमल खिलाने का इंतजार कर रहे हैं।