पुष्टिमार्गीय संप्रदाय की शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मन्दिर पर झूलनोत्सव शुक्रवार हिंडोला विजय के साथ संपन्न हो गया। भाद्रपद कृष्ण चतुर्थी को शुभ मुहूर्त के अनुसार ठाकुर जी को हिंडोला से उतारा गया। इसके साथ ही, गत 31 जुलाई से शुरु हुई अद्भुद हिंडोला लीला का समापन हुआ। इस दौरान प्रभु को वस्त्र और श्रृंगार से सजाया गया और पुष्टिमार्गीय राग, भोग और श्रृंगार सेवा की गई। इसके बाद मुखिया जी समेत भीतरिया सेवकों ने परिक्रमा की। इस अवसर पर वैष्णव भक्तों ने दर्शन कर धर्मलाभ लिया और अपने आराध्य की जय-जयकार की।
प्रथम पीठ युवराज गोस्वामी मिलन कुमार बावा ने बताया कि 31 जुलाई से हिंडोला उत्सव आरंभ हो गए थे। इस दौरान ठाकुर जी स्वर्ण, रजत, कांच और फूलों के हिंडोलों तथा विभिन्न घटाओं में भी झूले। मिलन बावा ने बताया कि रविवार को षष्ठी उत्सव मनाया जाएगा। पुष्टिमार्ग की मान्यता के अनुसार षष्ठी उत्सव पुत्र के जन्म से पूर्व उसकी रक्षार्थ किया जाता है।