बून्दी। बूंदी के कुंभा स्टेडियम मे 15 दिनो तक भरने वाले कजली तीज मेले की व्यवस्थाओ को लेकर आयोजनकर्ता मेला समिति की कार्यप्रणाली को लेकर आरोपो का दौरान शुरू हो गया है आरोप लगाने वाले कुछ कांग्रेसी हैै तो कुछ भाजपाई कोई भी मेला समिति सदस्यो की हठधर्मिता व कार्यप्रणाली से खुश नही है। 
इसको लेकर शहर कंाग्रेस अध्यक्ष शैलेष सोनी ने मेला समिति को आडे हाथो लेते हुये बूंदी विधायक सहित पार्षदो के प्रोटोकाॅल के उल्लघंन का आरोप लगाया है। उन्होने कहा कि परंपरा अनुसार मेले के आयोजनकर्ता कोई भी हो दोनो दलो सहित निर्दलीय पार्षदो को प्रोटोकाॅल के अनुसार निमंत्रण पत्र देकर मेले मे शामिल होने के लिये आमंत्रित किया जाता है वही पार्षदो के वार्डो के प्र्रबुद्वजनो के लिये कार्ड भेजे जाते है जो कि इस बार नही दिये गये है यह पार्षदो का अपमान है। सोनी ने कहा कि जानकारी के अनुसार मेले के पम्पलेट पोस्टर व निमंत्रण पत्रो मे विधायक हरिमोहन शर्मा का नाम शामिल नही किया गया है जो मेला समिति की दूषित मानसिकता को दर्शाता है। उन्होने कहा कि शर्मा बूंदी विधानसभा क्षेत्र से विधायक है। नगर परिषद द्वारा मेले के कार्ड व पम्पलेट सरकारी पैसे से छपवाये गये है जिसमे से बूंदी विधायक को नजरअंदाज कर दिया गया यह असहनीय है।
शहर कंाग्रेस अध्यक्ष सोनी ने कहा कि मेले केे आयोजन से पूर्व पत्रकार वार्ता आयोजित न कर मेले का व्यापक प्रचार नही करने को लेकर सोनी ने कहा कि प्रचार प्रसार के अभाव मे मेले की भव्यता और सफलता को लेकर संदेह है लोकतंत्र के चैथे स्तंभ को नजरअंदाज किया जाना उचित नही है। पूर्व मे कभी ऐसा नही हुआ। उन्होने कहा कि शहर मे कजली तीज मेले की प्रचार साम्रगी नही दिखी और न ही किसी अखबार मे कजली तीज मेले का विज्ञापन नजर आया। इतना खर्चा हो रहा है तो कुछ बजट लोकतंत्र के चैथे स्तंभ के लिये भी आरक्षित होना चाहिए था। कांग्रेस के अग्रिम संगठन के मुखिया की नाराजगी यही नही रूकी उन्होने कहा कि वर्तमान मे नगर परिषद मे कांग्रेस का बोर्ड है। सभापति को क्षेत्रीय जनप्रतिनिधीयो को प्रोटोकाॅॅल की पालना करवानी चाहिए थी।