विप्रो इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग की हाइड्रोलिक सिलेंडर और कंपोनेंट बनाने वाली इकाई विप्रो हाइड्रोलिक्स ने गुरुवार को जयपुर के महिंद्रा वर्ल्ड सिटी में अपना अत्याधुनिक संयंत्र का आगाज कर दिया है. उत्तर भारत में विप्रो का पहला हाइड्रोलिक्स मैन्युफैक्चरिंग प्लांट है, जिसके माध्यम से दुनियाभर में ग्राहकों को हाइड्रोलिक सिलेंडर की आपूर्ति की जाएगी. नए प्लांट में नेक्स्ट-जनरेशन टेक्नोलॉजी का यूज किया गया है, जिसमें ऑटोमेटेड प्रोडक्शन लाइन, रोबोटिक आर्म, हाइली एडवांस्ड पेंट लाइन और मैटेरियल मूवमेंट के लिए ऑटोनोमस मोबाइल रोबोट (एएमआर) शामिल हैं. उत्तर भारत में अपने पहले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के साथ अब भारत के 4 शहरों जयपुर, बेंगलुरु, चेन्नई और हिंदूपुर (आंध्र प्रदेश) में कंपनी की उपस्थिति हो गई है, जहां हाइड्रोलिक सिलेंडर बनाए जाते हैं. वैश्विक स्तर पर कंपनी के 16 प्लांट हैं. जयपुर में प्लांट का उद्घाटन राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और विप्रो एंटरप्राइजेज के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने किया. इस दौरान उनके साथ जेसीबी इंडिया के सीईओ एमडी दीपक शेट्टी और विप्रो इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग के सीईओ एवं विप्रो एंटरप्राइजेज के एमडी प्रतीक कुमार भी उपस्थित रहे. इस मौके पर सीएम शर्मा ने कहा, 'राजस्थान भारत के महत्वपूर्ण मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में सामने आया है. राजस्थान के विकास में योगदान देने और इसका हिस्सा बनने के लिए विप्रो का स्वागत है.' सीएम ने कहा, 'अत्याधुनिक संयंत्र भविष्य को ध्यान में रखकर किए गए निवेश का उदाहरण है, जो लगातार सफलता और विकास सुनिश्चित करेगा.' बता दें कि इस प्लांट की स्थापना के लिए कंपनी ने करीब 250 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे करीब 400 रोजगार सृजित होने का अनुमान है. इस एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में एक ही छत के नीचे सभी क्रिटिकल-टू-क्वालिटी प्रोसेस को उपलब्ध कराया जाएगा.