चार दिन पहले (16 अगस्त) उदयपुर में हुई चाकूबाजी की घटना में घायल स्टूडेंट की मौत हो गई है। एमबी अस्पताल में भर्ती छात्र की दोपहर करीब 3 बजे तबीयत बिगड़ गई थी। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद अस्पताल के बाहर भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया। छात्र के शव को मॉर्च्युरी में रखवायापरिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और दोषी को सजा देने समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मृतक के परिजनों को 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने, परिवार के 1 सदस्य को संविदा पर नौकरी देने और एसटी-एससी एक्ट के तहत मामले में कार्रवाई करने पर सहमति बन गई है।

लोगों ने परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने और स्कूल स्टाफ को हटाने की मांग की है। सरकारी नौकरी के लिए प्रशासन सरकार को प्रस्ताव भेजेगा। मांगों पर सहमति बनने के बाद पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू हो गई हैलोग बोले- 4 दिन गुमराह करते रहे

इससे पहले छात्र की मौत के बाद विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता अस्पताल में पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए इमरजेंसी गेट के सामने इकट्ठा होना शुरू हो गए। लोगों का कहना है कि 4 दिन तक हमसे झूठ कहते रहे, गुमराह करते रहे। आज अगर डिक्लेयर करना था तो रात को करते। आप तो दिल्ली ले जा रहे थे, जयपुर ले जा रहे थे। हमसे झूठ क्यों बोला, आज अचानक डेथ कैसे हुई?

उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, कलेक्टर अरविंद पोसवाल, आईजी अजयपाल लांबा, एसपी योगेश गोयल समेत बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रगृह राज्यमंत्री ने की शांति बनाए रखने की अपील

गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा- घटना दुखद है। सरकार ने पूरी कोशिश की। आम जनता से अपील है कि आपसी सौहार्द बनाए रखें।

बाजार से लेकर चौराहों पर पुलिस फोर्स तैनात

शहर में बाजार से लेकर विभिन्न चौराहों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। अफवाहों से शहर को बचाने के लिए नेट बंद है। एमबी अस्पताल के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है।

बहनों ने घायल छात्र को बांधी थी राखी

इससे पहले दोपहर करीब 2:15 बजे घायल छात्र को सगी बहन सुहानी और चचेरी बहनों ने राखी बांधी। कलेक्टर की स्वीकृति मिलने के बाद बहनें अस्पताल पहुंचीं और भाई को राखी बांधकर उसके दीर्घायु होने की प्रार्थना की।हे।।