नई दिल्ली। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने MUDA जमीन घोटाले में सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। राज्यपाल के फैसले के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी जंग छिड़ गई है। कांग्रेस ने इस कदम को लेकर भाजपा पर हमला किया है। कर्नाटक के मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा कि राज्य सरकार इस तरह की चालों से डरने वाली नहीं है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने राज्यपाल के कदम को महत्वहीन बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से संवैधानिक पदों का राजनीतिकरण हो रहा है। कर्नाटक सरकार ने कहा कि वे राज्यपाल के इस कदम को हाई कोर्ट में चुनौती देंगे।
सब कुछ कानून के अनुसार किया गया था- सीएम
राजभवन सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक के राज्यपाल गहलोत ने शनिवार को MUDA घोटाले में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर केस चलाने की अनुमति दे दी। वहीं, सीएम सिद्धारमैया ने कहा है कि सब कुछ कानून के अनुसार किया गया था।
जमीन आवंटन से जुड़ा है मामले
दरअसल, मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) जमीन आवंटन मामले में एक एक्टिविस्ट ने सीएम के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मंजूरी देने के लिए राज्यपाल से आग्रह किया था। राज्यपाल ने आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा दायर शिकायत के आधार पर केस चलाने की मंजूरी दे दी है।