छाती में दर्द की शिकायत के बाद मरीज की एंजियोग्राफी में हार्ट की मुख्य नस में ब्लॉकेज पाए जाने पर सर्जन डॉ. विनीत चावला ने छाती में छोटे चीरे कर जटिल बाईपास सर्जरी कर मरीज की जान बचाई।
अस्पताल के मालिक डॉ. राकेश जिंदल ने बताया की कोटा हार्ट हॉस्पिटल में मिनिमल इनवेसिव कार्डियक सर्जरी का सभी प्रकार के औजार व उपकरण मौजूद है। यह तकनीक नई है और इसमें काम आने वाले औजार व उपकरण बिल्कुल अलग होते है। हर सर्जन इसको नहीं कर सकता क्योंकि यह तकनीकी रूप से बहुत कठिन होती है, जिसके लिए ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है। बाईपास सर्जरी मुख्यत. छाती के सामने वाली हड्डी को काटकर किया जाता है। आजकल देश के बड़े.बड़े अस्पतालों में कॉस्मेटिक को ध्यान में रखते हुए छाती में साइड से छोटे चीरे से किया जाता है। डॉ. विनीत चावला ने 42 वर्षीय मरीज की सर्जरी बहुत आसानी से कर दी। इस तरह की सर्जरी का फायदा लोग कोटा में भी ले सकेगें।