बूंदी। विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने मंगलवार को नैनवां रोड़ स्थित विद्युत विभाग कार्यालय के बाहर धरना लगाकर कार्य बहिष्कार किया और कर्मचारी के साथ मारपीट करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की। राजस्थान विधुत  तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रामचरण नागर के नेतृत्व में धरना शुरू किया गया। कर्मचारियों का कहना है कि हमारे साथी कर्मचारी के साथ मारपीट करने वाले लोगों और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही अभी तक नहीं हुई है। रघुनाथपुरा जीएसएस कर्मचारी प्रकाश मीणा के साथ 30 जुलाई को रात समय 8ः45 बजे मारपीट की घटना की गई। कर्मचारी अपने ड्यूटी समय पर तैनात था जिस दौरान 33 केवी सप्लाई 7ः52 बजे से लोड शैडिंग में बन्द थी। उसके बाद सम्बन्धित गांव वाले लगभग 10-12 लोग जीएसएस पर पहुंचे और आते ही रामबाबू, राजू लाल ने कर्मचारी का गला पकड़ लिया कर्मचारी द्वारा गला छुडवाने की कोशिश की गई लेकिन छुडवा नहीं पाया और अन्य लोगों ने लाठी, लात-घूंसों से मारपीट की ओर सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाते हुये पावर ट्रॉसफार्मर को आग लगाने की कोशिश की थी। आस-पास के ग्रामीणों द्वारा बीच-बचाव करते हुये कर्मचारी को छुडवाया गया। क्षेत्रीय ग्रामीण कर्मचारियों को जीएसएस से बाहर लेकर आए और कनिष्ठ अभियन्ता महेश यादव को फोन कर घटना की सूचना दी गई। जिसके पश्चात कनिष्ठ अभियन्ता द्वारा पुलिस कन्ट्रोल रूम को सूचना दी गई। कुछ समय पश्चात पुलिस की गाड़ी उक्त घटना स्थल पर पहुंची। गाड़ी से उतरते ही पुलिस कर्मचारी जयसिंह सोलंकी द्वारा जीएसएस कर्मचारी से पूछा कि क्या हुआ तो कर्मचारी द्वारा बताया कि मेरे साथ मारपीट हुई तो पुलिस कर्मचारी जयसिंह द्वारा कहा गया कि तू जीएसएस छोडकर कहा रहता है एवं जीएसएस कर्मचारी को दोषी ठहराते हुये कहा कि तुम लोगों द्वारा विद्युत सप्लाई मेंटेन नहीं की जाती। आरोप लगाया कि यसिंह सोलंकी ने भी कर्मचारी को थप्पड मारी। जिससे जीएसएस कर्मचारी अभी भी सदमें में है। जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिए जाने के बावजूद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई अगर जल्दी ही मारपीट करने वाले लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो विद्युत विभाग के सभी कर्मचारी हड़ताल कर अपना विरोध जताएंगे।