रामगंजमंडी से धरनावद बालाजी धाम तक शनिवार को पदयात्रा का आयोजन हुआ। आयोजन पालिकाध्यक्ष देवीलाल सैनी ने किया। जिसमे शहर के पंचमुखी बालाजी मंदिर से धर्मध्वजा लेकर श्रद्धांलुओ ने 10 किलोमीटर की पदयात्रा 4 घंटे मे पूरी की। जिसमे महिलाओ और पुरुषो ने ढ़ोल और डीजे पर धार्मिक भजनो पर जमकर झूमते हुए आगे बढ़े। वही बारिश होने से श्रद्धालुओं का उत्साह ओर भी बढ़ गया। ज़िसके बाद पदयात्रा धरनावद धाम पहुंची। जहाँ आतिशबाजी के बीच मंदिर समिति ने पदयात्रा पर पुष्प वर्षा कर श्रद्धालुओं का उत्साहवर्धन किया। ज़िसके बाद पालिकाध्यक्ष देवीलाल सैनी और पार्षदो ने धर्मध्वजा को बालाजी मंदिर पर अर्पित कर शिखर पर चढ़ाई। वही श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसादी का आयोजन भी हुआ।
शहर के पंचमुखी हनुमान मंदिर से सुबह 9 बजे पूर्व पालिकाध्यक्ष हुकुम बापना ने हरी झंडी दिखाकर पदयात्रा को रवाना किया। जिसमे पालिकाध्यक्ष देवीलाल सैनी की अगुवाई मे पदयात्रा शुरू हुई। जिसमे करीब 200 श्रद्धालु पुरुष महिलाओ और युवाओ ने धर्म ध्वजा लेकर पदयात्रा ने चले। जिसमे डीजे और ढ़ोल पर नाचते गाते श्रद्धालुओं मे जमकर उत्साह रहा। पदयात्रा मारुति नगर से बिशनियाखेड़ी,भावपुरा, न्यामतखेड़ी होते हुए। 10 किलोमीटर दूर धरनावद धाम पहुंची। जहाँ धरनावद मंदिर समिति के सदस्यों ने पालिकाध्यक्ष सैनी को माला पहनाकर स्वागत किया। वही श्रद्धांलुओ पर पुष्पवर्षा भी की गई। वही यात्रा धरनावद धाम पहुंचने पर आतिशबाजी हुई। श्रद्धालु "घुमा दे मारा बालाजी घम्मर - घम्मर घोटो" और "हे दुख भंजन मारुति नंदन" आदि भजनो पर जमकर थिरके। ज़िसके बाद बालाजी के दर्शन पर पुजारी ने विधिवत पूजन करवाया। और धर्मध्वजा को अर्पित कर मंदिर शिखर पर चढ़ाई गई। इस दौरान पूर्व पालिकाध्यक्ष हुकुम बापना,पार्षद अनिल सुमन,राकेश कुमार, नवीन गुर्जर, मुकेश धाकड़, नन्दलाल पारेता आदि मौजूद रहे।