बून्दी। बूंदी नगर परिषद द्वारा जारी किये गये एक ही परिवार के 4 फर्जी पटटो व एक अन्य को निरस्त करने की मांग उठने लगी है पर जीरो टालरेंस की बात करने वाली डबल इंजन सरकार फर्जी पटटो की पत्रावली को ही दबा कर बैठ गई है। 
गत दिनो नगर निकायो के द्वारा बनाये गये पटटो की निगरानी रखने के लिये स्वायत शासन विभाग ने अभिवन पहल करते हुये पटटा डिस्पेच रजिस्टरो के अंतिम पेज की फोटो काॅपी निदेशालय मंगवाने की व्यवस्था की है परन्तु स्वायत शासन निदेशालय डबल पाॅलिसी खेलकर बूंदी नगर परिषद मे बने फर्जी पटटे बनाने के आरोपियो को बचाने का प्रयास तो कर ही रहा है इन एक ही परिवार के चार फर्जी पटटो को निरस्त भी नही कर रहा है। यह मामला जो जब सामने आया जब नेता प्रतिपक्ष मुकेश माधवानी ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव के स्तर पर की और जांच मे सभापति सहित तत्कालीन आयुक्त दोषी पाये गये। अधिकारियो ने तो निष्पक्ष जांच की अपना काम कर दिया पर अब जयपुर मे फाइल धूल खा रही है। अगर उच्च स्तरीय जांच हो तो बूंदी नगर परिषद मे सैकडो फर्जी पटटे बनाने के मामले सामने आयेगे। 
इनका कहना है..................
निदेशक स्वायत शासन विभाग ने पत्रावली को लंबित रखा हुआ है जबकि मुख्य सचिव महोदय द्वारा करवाई गई जांच मे सभी आरोप प्रमाणित माने गये है। परन्तु निदेशक महोदय द्वारा किस कारण से कार्यवाही नही की जा रही है यह उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। शीध्र ही फर्जी पटटो के मामले मे मुख्यमंत्री से मिलकर सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी देकर फर्जी पटटो को निरस्त करने व दोषियो पर कार्यवाही की मांग की जायेगी। मुकेश माधवानी नेता प्रतिपक्ष 
एक और जहां जिन आवेदको ने पैसे जमा करवा दिये उनकी फाइलो मे कमियां निकालकर उन्हे चक्कर कटवाये जहा रहे है। नगर परिषद कर्मचारियो की मंशा नही है पटटे जारी करने की दूसरी और नगर परिषद अपने चहेतो के फर्जी पटटे बना रही है। यह सब खेल नगर परिषद के कर्मचारियो के द्वारा रचा जा रहा है। इतना होने के बावजूद भाजपा पार्षद व जनप्रतिनिधी आमजन को पटटे जारी करवाने मे रूचि नही ले रहे व मौन साधे हुये है। मुझे नही लगता है कि नगर परिषद आगामी 10 अगस्त तक पटटे जारी करेगी। प्रेमप्रकाश एवरग्रीन, कंाग्रेस पार्षद