जयपुर। जयपुर सहित पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में जमकर हुई बारिश ने कहर बरपा दिया। जयपुर, दौसा, अलवर, टोंक, भरतपुर सहित कई जिलों में रात से ही भारी बारिश का दौर चला, जो गुरुवार को रुक-रुक दिनभर चला। प्रदेश में सर्वाधिक बारिश जयपुर में 230 मिली मीटर (9 इंच से ज्यादा) दर्ज की गई। यह सीजन की पहली और 1981 के बाद की सर्वाधिक बारिश बताई गई है।
बुधवार रात करीब 12 बजे से बारिश का दौर शुरू हुआ, गुरुवार सुबह नौ बजे तक हुई जयपुर की बारिश ने अगस्त महीने का ऑल टाइम रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। अगस्त महीने में जयपुर में अभी तक 188 मिलीमीटर बारिश का रेकॉर्ड है। इधर, बारिश के बाद जयपुर के हालात बदतर हो गए। लोग सुबह उठे तो पूरे शहर में पानी ही पानी नजर आया। मौसम केन्द्र के अनुसार 5 अगस्त तक समुचे राजस्थान में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। शुक्रवार को अजमेर में अत्यधिक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
करौली- पांचना बांध के खोले तीन गेट
करौली में 157 मिमी, पांचना बांध क्षेत्र में 181 मिमी, श्रीमहावीरजी में 175 मिमी, टोडाभीम व नादौती में 114-114 मिमी तथा हिण्डौन में 81 एमएम बारिश दर्ज की गई। पांचना बांध के तीन गेट खोले।
बारां - खाड़ी नदी की पुलिया डूबी
बारां के सीसवाली में खाडी नदी पर छोटी पुलिया सुबह डूब गई। इस पर दो फीट पानी था। इस दौरान गई लोग जान जोखिम में डालकर वाहनों से इसे पार करते नजर आए।
यह भी पढ़े : राजस्थान में इस मानसून सीजन में हुई सामान्य से 1 फीसदी ज्यादा बरसात, 6 जिलों में भारी बारिश की संभावना
कोटा- चम्बल पुल पर आया पानी, रास्ता बंद
मध्यप्रदेश में हो रही बारिश से चम्बल व कालीसिंध नदी में पानी की आवक तेजी से बढ़ गई है। इससे कोटा जिले के इटावा क्षेत्र में झरेर के बालाजी के पास चम्बल नदी पुल पर करीब आठ फीट पानी आ गया। इससे खातौली- सवाईमाधोपुर सड़क मार्ग पर आवागमन बंद हो गया। पार्वती नदी की पुलिया पानी में डूबने से कोटा-श्योपुर मार्ग पर शाम 5ः30 से आवागमन ठप हो गया।