बून्दी। गुरूवार दोपहर भारी दबाव के बाद जिला प्रशासन व नगर परिषद की संयुक्त टीमो ने शहर के चार कोचिंग संस्थानो पर कथित सीजिंग की कार्यवाही कर दी और अपने नंबर बढा लिये पर शहर के शिक्षण संस्थानो को खत्म करने का बीज बो दिया। इस सीजींग की कार्यवाही मे जिला प्रशासन व नगर परिषद कठपूतली की भूमिका मे नजर आया और इन दोनो संस्थाओ की निष्पक्ष कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह छोड गया है कि नियम तोडने वाले व्यावसायिक प्रतिष्ठनो का प्रतिशत ज्यादा है तो गुरूवार को दो से ती नही कोचिंग संस्थानो को टारगेट क्यो किया गया। 
गुरूवार शाम जारी एक प्रेस नोट के अनुसार शहर के लंका गेट स्थित चाणक्य लाइब्रेरी, मंडी रोड पर गायत्री एजुकेशन, गायत्री नगर स्थित अधिगम लाइब्रेरी, बहादुर सिंह सर्किल पर स्थित देव क्लासेस कोचिंग सेंटर को सुरक्षा मानको मे कमी पाये जाने का हवाला देते हुये सीज कर दिया। आपको बता दे कि बुधवार को नगर परिषद की टीम ने दो कोचिंग संस्थानो से समझाइश की थी फिर एक ही दिन मे ऐसा क्या हो गया कि बुधवार को समझाइश और गुरूवार को नियम टूट गये। ल्राइब्रेरी संचालको को नियमो का पालन करने, सुरक्षा उपकरणो से लैैस होने व दूसरे निकास द्वारो की उपलब्धता करने का भी समय नही दिया गया और राठोडी कार्यवाही कर शिक्षण संस्थाओ की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई गई। अगर जिला प्रशासन व नगर परिषद द्वारा लाईब्रेरी संचालको को समय दिया तो तो शायद शिक्षण संस्थान कमियो को पूरा कर नियमो की पालना बेहतर कर पाते पर पहले की दबाव मे डंडा चला दिया गया। वही गुरूवार शाम जारी प्रेस नोट मे चार सीजींग संस्थानो का उल्लेख किया गया जबकि प्रेसनोट मे फोटो दो के ही जारी किये गये जिससे कार्यवाही संदेह के घेरे मे है। उल्लेखनीय है कि शहर मे अनगिनित व्यावसायिक प्रतिष्ठनो मे बेसमेट संचालित है पर जिला प्रशासन व नगर परिषद ठहरी कठपूतली छोटी मछलिया ही तो शिकार होगी।