सुल्तानपुर. क्षेत्र में इस समय खेतों में सोयाबीन, उड़द आदि की फसल लहलहाने लगी है। खरपतवार व कीटों को नष्ट करने के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन किसान कीटनाशक दवाओं के छिड़काव के दौरान स्वयं की सुरक्षा का भी ध्यान नहीं रख रहे हैं। जिससे शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। किसान दवाओं को मुंह पर बिना मास्क लगाए छिड़क रहे हैं। न हाथों में दस्ताने पहनते हैं न ही आंखों पर चश्मा लगाते हैं। कीटनाशक का उपयोग करने के बाद खाली डिब्बे व थैलियों को लापरवाही पूर्वक इधर-उधर फेंक देते हैं, जो मवेशियों के लिए घातक साबित हो सकते हैं।

इधर कृषि पर्यवेक्षक चन्द्रप्रकाश मीना ने बताया कि खेतों में दवा छिड़कने से पहले किसानों को पूरी तरह सावधानी बरतनी चाहिए। कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव खाली पेट नहीं करना चाहिए। मुंह पर मास्क लगाने के साथ हाथों में दस्ताने पहनने चाहिए। आंखों पर चश्मा लगाना चाहिए। हवा के विपरीत दिशा में छिड़काव नहीं करना चाहिए। दवा के छिड़काव करते समय शरीर पर पूरे कपड़े होने चाहिए। दवा का घोल भी डंडे से तैयार करना चाहिए। दवा का ढक्कन मुंह से नहीं खोलना चाहिए