कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। सोनिया गांधी ने कई मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार लोकसभा चुनाव में लगे झटके से सबक लेने के बजाय आज भी विभाजन और डर फैलाने की अपनी नीति पर कायम है। सोनिया ने इसके अलावा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से तैयार रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि कुछ ही महीनों में चार राज्यों में चुनाव होने हैं। हमें लोकसभा चुनाव में बनी स्थिति को बरकरार रखना चाहिए। हमें आत्मसंतुष्ट और अति आत्मविश्वासी नहीं बनना चाहिए। माहौल हमारे पक्ष में है, लेकिन हमें लक्ष्य को ध्यान में रखने की भावना के साथ एकजुट होकर काम करना होगा। बैठक की शुरुआत में उन्होंने वायनाड भूस्खलन में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना जाहिर की। सोनिया ने कहा कि ये तबाही चौंकाने वाली है। लोग प्राकृतिक आपदाओं के अलावा, कुप्रबंधन के कारण होने वाली रेल दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा रहे हैं। हमारी संवेदनाएं भी इन पीड़ितों के साथ हैं। इस दौरान कुछ देर मौन भी रखा गया। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि हमें लगता था कि मोदी सरकार लोकसभा चुनाव में लगे बड़े झटके से सही सबक लेगी। इसके बजाय, वह समुदायों को विभाजित करने और भय और शत्रुता फैलाने की अपनी नीति पर कायम है।