केंद्र सरकार ने मंगलवार को पेश किए बजट में राजस्थान को 9959 करोड़ रुपए का रेल बजट आवंटित किया है। जिससे प्रदेश में रेल यात्री सुविधाओं में विस्तार के साथ ही सुरक्षा और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर फोकस होगा। इस संबंध में बुधवार शाम को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रस्तुत बजट में भारतीय रेलवे के लिए किए प्रावधानों पर वीडियो कान्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि राजस्थान बड़ा प्रदेश है। सामरिक दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण राज्य है। वर्ष 2009-14 तक राजस्थान को औसत 682 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष मिलते थे। अब 9959 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। यह अब तक का सर्वाधिक है। राजस्थान में रेल विकास कार्य भी तेजी से हो रहे हैं। वर्तमान में यहां 51 हजार 814 करोड़ रुपए का कार्य हो रहे हैं। 85 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अत्याधुनिक बनाया जा रहा है।इतना ही नहीं, गत 10 वर्ष में राजस्थान में रेलवे ट्रैक पर 1475 फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए गए हैं। वहीं, उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ ने बताया कि जो भी कार्य मिले हैं, वो तय समय में पूरे किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य से रेल परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण में राज्य सरकार का सहयोग मिल रहा है। वीसी में रेल दुर्घटनाओं के बारे में बोलते हुए रेलमंत्री वैष्णव ने कहा कि रेल दुर्घटना मानवीय संवदेनाओं का विषय है। प्रत्येक जीवन कीमती है, यह मानकर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दस वर्ष से पूर्व की तुलना में रेल दुर्घटनाओं में 60 प्रतिशत तक कमी आई है।साथ ही उन्होंने कवच प्रणाली के बारे में भी जानकारी दी। वंदेभारत ट्रेन व अमृत भारत ट्रेनों के निर्माण के बारे में बताते हुए कहा कि हर सात से दस दिन में एक वंदेभारत ट्रेन आ रही है। वंदेभारत का स्लीपर वर्जन और वंदेभारत मेट्रो की टेस्टिंग प्रक्रिया चल रही है।