कोटा वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए आमबजट पर पूर्व विधायक व कांग्रेस के लोकसभा के प्रत्याशी रहे प्रहलाद गुंजल ने अपनी प्रतिक्रिया में आमबजट को बेहद निराशाजनक व जनविरोधी बताते हुए कहा कि बजट में पूरा ध्यान सरकार को बचाये रखने पर रहा। बिहार व आंध्र प्रदेश को बहुत कुछ मिला पर राजस्थान को निराशा ही हाथ लगी।

गुंजल ने कहा कि देश में डेढ़ महीने पहले बैसाखीयो पर बनी सरकार ने बजट में अपने आप को बचाने पर ध्यान केंद्रित किया व देशवासियों के लिए काल्पनिक घोषणाओ के सिवाय कुछ नहीं किया। गुंजल ने कहा कि मोदी सरकार के 9 सालों में देश को कर्ज में डुबोने का काम किया। मोदी सरकार के 2014 से सितंबर 2023 तक 9 साल में सरकार का कर्ज लगभग 55 लाख करोड रुपए से बढ़कर 161 लाख करोड रुपए हो गया यानी मोदी सरकार के दौरान कर्ज लगभग 220% बढ़ गया। गुंजल ने कहा कि बजट में युवाओं, किसानों, गरीबों, मजदूर वर्गों के लिए कोई ठोस योजना पर काम नहीं किया इन्हे सिर्फ घोषणाओं तक ही सीमित रखा गया है।उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल, गैस के दामो में राहत नही होने से दैनिक चीजो पर मंहगाई की मार आमजन को झेलनी पड़ेगी दैनिक चीजो के पर जीएसटी से कोई राहत नही दी गयी। किसानो, आमजन को झूठे सपने दिखाए गए है। रेल किराए में कोई छूट नही दी। मोदी जी पिछले 10 वर्षो से जनता को झूठे सपने दिखाकर गुमराह कर रहे है। चुनावो के दौरान आयकर सीमा में 10 लाख की छूट देने की बात करते है। बजट में शिक्षित बेरोजगारों और आमजन को सपने दिखाने का काम मोदी सरकार का रहा है। गरीबी रेखा से ऊपर उठने के लिए कोई योजना नही है। प्रहलाद गुंजल ने कुल मिलाकर आमबजट को उधोगपतियों को फायदा पहुँचाने वाला, जनता के साथ छलावा करने वाला, बेहद निराशाजनक बजट बताया।