राजस्थान सरकार द्वारा नई दर का नोटिफिकेशन जारी नहीं करने से असंगठित क्षेत्र के मज़दूरों का घोर शोषण किया जा रहा हे हिन्द मजदूर सभा राजस्थान के प्रदेश सचिव एवं थर्मल ठेकेदार वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष आज़ाद शेरवानी ने बताया कि राजस्थान सरकार अपनी सरकार बनने के बाद सत्ता के नशे में इतनी मदहोश हो चुकी हे कि बार बार ध्यानाकर्षण करने के बावजूद राजस्थान के ठेका श्रमिकों के प्रति लापरवाही बरत रही हे
  सरकार द्वारा 31 अगस्त 2023 को इंटेंशन अधिसूचना जारी कर ठेका श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी में 26 रुपये प्रतिदिन की बढ़ोतरी की थी ये दरें 1 जनवरी 2023 से देय हे इंटेंशन आर्डर के बाद ग्यारह माह बीत गये हम सरकार को इस संदर्भ में कई पत्र भेज चुके हें मगर अभी तक इसका नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया हे जिससे मज़दूरों को बढ़ी हुई दर का भुगतान नहीं मिल पा रहा हे श्रम विभाग की साइट पर प्रचारित करने मात्र के लिये नई दर दर्शाई जा रही हे जबकि श्रमिकों को पुरानी दर से भुगतान किया जा रहा हे जब आप इसको लागू नहीं कर पा रहे हो तो भ्रमित क्यों कर रहे हो या तो नोटिफिकेशन जारी कर नई दर लागू करवायें अन्यथा अपनी साइट पर भी जो हक़ीक़त में आप द्वारा दिलवाई जा रही हे वही दर दर्शायें 
इंटेंशन आर्डर के अनुसार अब तक मज़दूरों का 18 माह का एरियर बकाया हे जो मज़दूरों को मिल जाये इसका कोई भरोसा नहीं हे जितना लागू करने में देरी होगी उतना ही मज़दूरों का नुकसान होगा ये सुनिश्चित हे फ़िर भी जान बूझकर सरकार द्वारा इनका शोषण करवाया जा रहा हे हमारी सरकार से माँग हे की कुंभकर्णी नींद से जागे और इन ग़रीबों पर भी ध्यान दे जल्द से जल्द नोटिफिकेशन जारी करे और भविष्य में महँगाई को देखते हुए न्यूनतम मजदूरी कम से कम बाईस हज़ार रुपये प्रतिमाह करे