कोटा हार्ट इंस्टिट्यूट एवं श्रीजी हॉस्पिटल में शनिवार को स्पाइन रोग एवं सर्जरी पर एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। समारोह में कोटा हार्ट इंस्टिट्यूट एवं श्रीजी हॉस्पिटल के स्पाइन सर्जन विशेषज्ञ डॉ. मुकुल जैन ने अपना उद्बोधन दिया।

डॉ. मुकुल जैन, माइक्रोस्कोपिक एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जन, कोटा हार्ट इंस्टिट्यूट में अपनी नियमित सेवाओं से कोटा संभाग की जनता को कमर व गर्दन से जुड़ी तकलीफों का इलाज़ कर लाभान्वित कर रहे हैं। कमर दर्द एवं नस दबने से साइटिका, स्पोंडिलोसिस व लम्बर स्टेनोसिस जैसी तकलिफों के लिए कोटा एवं आसपास के जिले के लोगों के लिए अब इलाज़ तथा सर्जरी के लिए अब कोटा हार्ट इंस्टिट्यूट में समस्त सुविधायें उपलब्ध हैं।

डॉ. मुकुल जैन ने सेमिनार में आम जनजीवन में कमर एवं गर्दन दर्द की समस्या इतनी आम क्यों है, इसके कारण एवं बचाव तरीकों पर प्रकाश डाला। आधुनिक युग और दो दशक पूर्व में स्पाइन सर्जरी की तकनीकों एवं परिणामों में आयें सकारात्मक परिवर्तन पर भी विशेष ध्यान आकर्षित किया गया, जिससे समाज में स्पाइन एवं नस की समस्या से जूझ रहे रोगी उपलब्ध इलाज़ तथा सर्जरी के विकल्प का सही समय पर लाभ प्राप्त कर सके।

डॉ. मुकुल जैन, स्पाइन सर्जरी के लिए मुंबई के लीलावती एवं बॉम्बे हॉस्पिटल से 2 वर्ष मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी फेलोशिप प्रशिक्षित स्पाइन सर्जन हैं। एंडोस्कोपिक एवं माइक्रोस्कोपिक सर्जरी का दक्षिण कोरिया एवं जर्मनी का अनुभव भी योग्यता में विशेष महत्व प्रदान करता हैं।

आज आयोजित सेमिनार में कार्यक्रम की प्रेरणा वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट एवं अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश जिंदल, कई डॉक्टर्स, समस्त नर्सिंग स्टाफ और सहायक स्टाफ भी कार्यक्रम में मौजूद थे। कार्यक्रक्र के अंत में सोमवार 22 जुलाई को श्रीजी हॉस्पिटल, कमरा नं. 39 में प्रातः 10 से दोपहर 12 बजे तक आयोजित होने वाली निःशुल्क स्पाइन शिविर की घोषणा भी की गयी। शिविर में रजिस्ट्रेशन हेतु 9769935537 पर व्हाट्सएप मैसेज करें।