जिला कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने शहर में सुचारू यातायात व्यवस्था में बाधक बन रहे अतिक्रमण एवं सड़क पर खड़े रहने वाले थड़ी-ठेलों को सड़क सीमा से हटाकर आवागमन में आ रही बाधाओं को दूर करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नगर निगम,  ट्रैफिक पुलिस एवं कोटा विकास प्राधिकरण के अतिक्रमण रोधी दस्ते को ट्रैफिक में बाधक बन रहे अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। डॉ गोस्वामी ने कहा कि अतिक्रमण हटाने का कार्य नियमित रूप से हो एवं नगर निगम पुलिस जाप्ते की मदद से यातायात में बाधक बन रहे थड़ी एवं ठेलों को हटाने की कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान वीडियो ग्राफी करवाई जाए एवं नगर निगम की टीम ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से एक हद तय कर पीली लाइन खींच दें ताकि वहां से आगे कोई भी थड़ी या ठेले वाला नहीं आए। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण रोधी दस्ता प्रतिदिन फील्ड में जाए और नियमित रूप से कार्रवाई करे। बार-बार अतिक्रमण करने वालों के सामान की जब्ती एवं चालान बनाने की कार्यवाही भी की जाए।
जिला कलक्टर ने ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए कि ऐसे बिंदु चिन्हित किए जाएं जहां अतिक्रमण से यातायात में बाधा उत्पन्न होती है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सबसे पहले रेलवे स्टेशन रोड से शुरू की जाए जहां ट्रैफिक जाम की निरंतर शिकायतें आ रही हैं। उन्होंने परिवहन विभाग को कोचिंग छात्रों एवं यात्रियों से अधिक किराया वसूल करने वाले ऑटो चालकों एवं बैटरी रिक्शा चालकों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन एवं बस स्टेंड आदि पर रेंडम चौकिंग की जाए ताकि अधिक किराया वसूलने वाले ऑटो चालकों को पाबंद किया जा सके। उन्होंने नयापुरा चौराहा पर निजी ट्रैवल्स की बसों के काफी देर तक खड़े रहने एवं उससे आवागमन में हो रही परेशानी को देखते हुए इन बसों को निर्धारित किशोर तालाब स्थित नए बस स्टेंड पर खड़ी करने के लिए पाबंद किया जाए। उन्होंने कहा कि निजी ट्रैवल्स बसों का नयापुरा चौराहे पर सवारी लेने के लिए दो मिनट से अधिक का स्टॉपेज नहीं हो। बैठक में शहर पुलिस अधीक्षक डॉ अमृता दुहन, अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर कृष्णा शुक्ला आयुक्त नगर निगम दक्षिण सरिता, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी डीएस सागर, पुलिस उपाधीक्षक यातायात कमल प्रसाद, पुलिस उपाधीक्षक यूआईटी लोकेंद्र पालीवाल, एडीसी नगर निगम उत्तर भावना शर्मा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।