बूंदी। पूर्व विधायक केशोरायपाटन चन्द्रकान्ता मेघवाल ने संभागीय आयुक्त कोटा को पत्र लिखकर कोटा-बूंदी जिलों में स्थित दायीं व बायीं मुख्य नहरों में पानी छोड़ने की मांग की। मेघवाल ने बताया कि इस वर्ष वर्षा आवश्यकता अनुसार व समय पर नहीं होने के कारण कोटा संभाग में प्रतिदिन अधिक गर्मी बढ़ जाने व पेयजल, खरीफ एवं धान की फसल में पानी की अत्यंत आवश्यता है। वाटर लेवल काफी नीचे चले जाने एवं अघोषित विद्युत कटौती होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, धान की फसल व पशु-पक्षिओं के लिए चारे में समय पर पानी नहीं मिलने से किसानों के सामने बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है। जिसके कारण जनता त्राही-त्राही करने लगी है। विगत वर्ष की भांति पेयजल, धान की फसल को पानी की आवश्यकता को देखते हुए नहरों में पानी छोडकर राहत पहुंचाई थी। इस वर्ष भी उक्त समस्याएं पैदा होने के कारण कोटा-बूंदी जिलें में स्थित दायीं व बाई मुख्य नहरो में 10 जुलाई से पूर्व पानी छोेड़ना अतिआवश्यक है।