नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने हाथरस सत्संग हादसे पर दुख जताया है। पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शोक संदेश भेजा है। उन्होंने लिखा, "हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को मेरी सहानुभूति एवं समर्थन व्यक्त करें, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।" बता दें कि इस हादसे में अभी तक 121 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।उत्तर प्रदेश के हाथरस में स्वयंभू बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के धार्मिक आयोजन में भगदड़ मचने से 121 से लोगों की मौत हो गई। हाथरस भगदड़ में 100 से अधिक महिलाओं और सात बच्चों सहित कम से कम 121 लोग मारे गए और 28 अन्य घायल हो गए।
हाथरस में कैसे हुई भगदड़?
अधिकारियों ने कहा कि जिस स्थान पर हाथरस में भगदड़ हुई, वह मंगलवार दोपहर को वहां एकत्र हुई भीड़ को समायोजित करने के लिए बहुत छोटा था। सत्संग के बाद जब नारायण साकर हरि जा रहे थे, तो उनके अनुयायियों में उनकी कार के टायरों के निशान से धूल इकट्ठा करने की होड़ मच गई। इससे भगदड़ मच गई और सैकड़ों लोग कुचले गए। अधिकारियों ने बताया कि उनके सहयोगियों (जिन्हें 'सेवादार' के नाम से जाना जाता है) ने भीड़ को 'आदमी' के पास जाने से रोका था दिया और भाग रहे लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े, जिससे नीचे खड़े लोगों का दम घुटने लगा।