नई दिल्ली। देश में जल्द ही आपको 132 सीटों वाली बस देखने को मिल सकती है। यात्रियों की सुविधा के लिए फ्लाइट की तरह बस में भी एयर होस्टेस रहेंगे। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पायलट प्रोजेक्ट का जिक्र किया है।

नागपुर में चल रहा पायलट प्रोजेक्ट पर काम

एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में गडकरी ने बताया कि नागपुर में एक पायलट प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। पायलट प्रोजेक्ट में 132 सीटों वाली बस शामिल है। बस की सीटें फ्लाइट जैसी रहेंगी। साथ ही फ्लाइट की तरह इसमें खाना मिलेगा। इसके अलावा बस होस्टेस की सुविधा भी दी जाएगी। यह बस ऊर्जा के गैर-प्रदूषणकारी स्रोतों पर चलेगी। इसकी सवारी अन्य बसों की तुलना में सस्ती होगी।

टाटा के साथ चल रहा काम

गडकरी ने ये भी बताया कि पायलट प्रोजेक्ट पर टाटा के साथ काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि जब मैं चेक गणराज्य गया था, तो वहां तीन बसों को जोड़कर एक ट्रॉली बस बनाई गई थी। हमारे प्रोजेक्ट में बस में 132 सीटें होंगी। ये बस रिंग रोड पर 49 किमी का सफर तय करेगी। 40 किमी के बाद बस स्टॉप पर रुकेगी और फिर अगले 40 किमी का सफर तय करने के लिए 40 सेकंड में रिचार्ज हो जाएगी। सफर की लागत 35-40 रुपये प्रति किमी आएगी।

बस में क्या-क्या होगा?

गडकरी ने कहा, 'मैंने सुझाव दिया है कि बस में एयर कंडीशनिंग, आरामदायक कुर्सियां और सीटों के सामने लैपटॉप रखने के लिए जगह होनी चाहिए। इसमें बस होस्टेस की सुविधा भी होनी चाहिए जो यात्रियों को फल, पैक्ड फूड और पेय पदार्थ दें।'