मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए बोला कि उन्होंने (पीएम मोदी) छाती ठोंकते हुए कहा था कि एक अकेला सब पर भारी है, लेकिन चुनावी परिणाम ने दिखा दिया है कि जनता और संविधान सब पर भारी है. मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष को नजरअंदाज किया गया. विपक्ष की कदर होती तो डिप्टी स्पीकर का पद खाली नहीं रहता. इसको आपने पांच साल तक खाली रखा. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार संविधान की रक्षा का मुद्दा उठा. बीजेपी ने 400 का नारा दिया. इनकी पार्टी के कई नेताओं ने कहा कि संविधान बदल देंगे. मैं आरएसएस के चीफ मोहन भागवत का नाम नहीं लेना चाहता था, लेकिन लेना पड़ा. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अभिभाषण तारीफ का पुल बांधने वाला था. इसमें बुनियादी सुविधाओं का नजरअंदाज किया गया है. राष्ट्रपति ने कहा कि हम साथ मिलकर काम करेंगे, लेकिन पिछले दस साल को देखेंगे तो पता लगेगा कि ये सिर्फ भाषण में ही है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की. उन्होंने कहा कि चुनौतियों से कैसे निपटेंगे ये बताना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.