गहलोत सरकार में हुई वन रक्षक भर्ती में भी पेपर लीक हुआ था. राज तालाब थाने में 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. गिरफ्तार प्रवीण मालवीय ने पूरा राज खोल दिया है.  प्रतापगढ़ का रहने वाले प्रवीण को पुलिस ने हाउसिंग बोर्ड से गिरफ्तार किया था. प्रवीण मालवीय ने बताया कि दलाल सकन खड़िया और एक अन्य दलाल के माध्यम से अभ्यर्थियों से बात की थी. 8-8 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था. सकन खड़िया ग्राम विकास अधिकारी है. हरीश उर्फ हीराराम पेपर लेकर आया, जो बाड़मेर के गुड़ा मालानी अरटवाव के रहने वाला है. उसके साथ अभिमन्यु सिंह चौहान भी था. अभिमन्यू डूंगरपुर के चिखली का रहने वाला है. सभी परीक्षार्थियों से बात हुई. उसके बाद घर पर बुलाया. 13 नवंबर को सुबह दलाल सकन खड़िया ने परीक्षा से 2 घंटे पहले पेपर बताया. सभी को जवाब रटा दिए. पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि एक दलाल ने बांसवाड़ा के 11 - 12 अभ्यर्थियों को परीक्षा से करीब 2 घंटे पहले पेपर बता दिया था. उनका जवाब रटवाया गया था. इन लोगों ने बांसवाड़ा के अलग-अलग केन्द्रों पर परीक्षा दी थी, इनमें वन विभाग के किसी अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता अभी तक सामने नहीं आई है. मुख्य आरोपी की तलाश की जा रही है, उसके पकड़ में आने के बाद ही जानकारी प्राप्त होगी कि उसके पास पेपर कहां से आया था.