राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में नवगठित जिलों के पुर्नगठन के संबंध में एक समिति के गठन को मंजूरी दी है। शुक्रवार रात इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी करते हुए बताया कि पूर्व IAS ललित के पंवार की अध्यक्षता में गठित यह कमेटी नए जिलों के पुर्नगठन के संबंध में मंत्रिमण्डलीय उप-समिति को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार ने 17 नए जिले और तीन संभागों का पुनर्गठन राम लुभाया कमेटी की सिफारिश पर गठन किया था, जिसको लेकर बीजेपी लगातार विरोध भी कर रही थी। अब प्रदेश में बीजेपी सत्ता पक्ष में है, ऐसे में राज्य सरकार ने गठित नवीन जिलों की प्रशासनिक आवश्यकताओं, वित्तीय संसाधनों सहित अन्य बिन्दुओं पर समीक्षा का फैसला किया गया था। हाल ही में इस सन्दर्भ में मंत्रिमण्डलीय उप-समिति का गठन भी किया गया है। नवगठित कमेटी मंत्रिमण्डलीय उप-समिति को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

बतादें कि नए जिलों के गठन प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए बनाए गए मंत्रिमंडलीय उप-समिति का संयोजक उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को बनाया गया है। जबकि मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड, मंत्री कन्हैया लाल चौधरी, मंत्री हेमन्त मीणा और मंत्री सुरेश सिंह रावत को सदस्य बनाया गया है। समिति का प्रशासनिक विभाग राजस्व विभाग होगा और इसके सदस्य सचिव अतिरिक्त मुख्य सचिव शासन सचिव राजस्व विभाग होंगे। अब यह कमेटी नए जिलों के गठन पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को देगी। 

जानें कौन है पूर्व IAS ललित के पवार?
पूर्व आईएएस ललित के. पवार मूलतः बाड़मेर जिले के निवासी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल में जेडीसी, पर्यटन सचिव और RPSCअध्यक्ष जैसे कई अहम पदों पर काम कर चुके है। इनके द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा की सदस्यता ली गई थी। प्रदेश की भजनलाल सरकार ने अब इन्हें पूर्ववर्ती अशोक गहलोत के कार्यकाल में बने नए जिलों और संभागों की एक विस्तृत रिपोर्ट बना कर मंत्रिमंडलीय उप समिति को सौंपने की जिम्मेदारी दी है।

ये हैं राजस्थान के 17 नए जिले और 3 संभाग 
राजस्थान में नए जिलों में अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, कोटपूतली, बालोतरा, जयपुर शहर, खैरथल, ब्यावर, जयपुर ग्रामीण, नीमकाथाना, डीग, जोधपुर शहर, फलौदी, डीडवाना, जोधपुर ग्रामीण, सलूंबर, दूदू, केकड़ी, सांचौर और शाहपुरा शामिल हैं। इसके अलावा राजस्थान में तीन नए संभाग बनाए गए हैं, जिनमें बांसवाड़ा, पाली और सीकर शामिल हैं। चुनाव के चलते इनके गठन की पूरी प्रक्रिया अभी तक संपन्न नहीं हुई है। ऐसे में अब प्रदेश की भजनलाल सरकार 17 नए जिलों और 3 संभागों के गठन की प्रक्रिया को पूर्ण करने के उद्देश्य से समिति का गठन किया है।