प्रतापगढ़ में रिश्तों का कत्ल करने वाला दर्दनाक मामला सामने आया है, जिसको सुनकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। कातिलों ने जिस खौफनाक तरीके से वारदात को अंजाम दिया वह दिल दहला देने वाला है, साथ ही सभ्य समाज के लिए कलंक है। 

वारदात के बाद आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के पूरे प्रयास किए लेकिन सफल नहीं हो पाए। 3 दिन पहले हुई इस वारदात का पुलिस ने आज खुलासा करते हुए मृतका के भाई, उसके पति और भाई के साले को गिरफ्तार किया है। वारदात की वजह विवाहिता के चरित्र पर संदेह बताया जा रहा है।

देवगढ़ थाना अधिकारी निर्भय सिंह ने बताया कि बीती 20 जून को जांबू खेड़ा गांव के नाले में एक शव होने की सूचना मिली थी, जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां एक महिला का रक्त रंजित शव पड़ा हुआ था। जिसकी वीभत्स तरीके से हत्या की गई थी।

पुलिस ने पूछताछ के बाद शव की शिनाख्त जांबू खेड़ा निवासी प्रेमचंद मीणा की पत्नी श्यामा के रूप में की। दोनों का एक साल पहले ही विवाह हुआ था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके से साक्ष्य जुटाये और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में भिजवाया। मृतका के पिता सूरजमल मीणा ने रिपोर्ट में अपने दामाद प्रेमचंद मीणा पर हत्या की आशंका जाहिर की।

सूचना मिलने पर धरियावद पुलिस उप अधीक्षक नाना लाल सालवी भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। संदेह के आधार पर पुलिस ने प्रेमचंद की गतिविधियों पर निगाह रखी, पुलिस कार्रवाई के दौरान प्रेमचंद हर वक्त मौजूद रहा और पुलिस को गुमराह करता रहा। 2 दिन बाद जब प्रेमचंद भागने की फिराक में था, तो पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया। पूछताछ के बाद जो घटनाक्रम सामने आया है वह रोंगटे खड़े करने वाला है।

दरअसल, प्रेमचंद अपनी पत्नी श्यामा के चरित्र पर किसी दूसरे से बात करने को लेकर संदेह करता था। बीती 17 जून को प्रेमचंद प्रतापगढ़ से मजदूरी कर जब अपने घर लौटा तो उस समय श्यामा मोबाइल पर किसी से बात कर रही थी, प्रेमचंद के पूछने पर उसने कोई जवाब नहीं दिया और अपना मोबाइल भी छुपा दिया।

यह बात उसने श्यामा के भाई भेरूलाल को भी बताई थी, अगले दिन श्यामा घर से कहीं चली गई, बाद में पता चला कि वह प्रतापगढ़ बस स्टैंड पर बैठी हुई है। इस पर प्रेमचंद, भेरूलाल और भेरुलाल का साला लालू राम तीनों प्रतापगढ़ पहुंचे और श्यामा को अपने साथ बाइक पर बिठाकर प्रेमचंद के घर जांबू खेड़ा लेकर आ गए। यहां पर तीनों ने बैठकर शराब पी। 

इस दौरान श्यामा घर से कहीं चली गई, तीनों ने उसकी तलाश शुरू की। लेकिन वह नहीं मिली तो तीनों ने उसकी हत्या की योजना बनाई। देर रात को श्यामा जब वापस घर लौटी तो तीनों ने उससे पूछताछ की, इस दौरान तीनों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। उसके चीखने चिल्लाने पर दो आरोपियों ने उसका मुंह दबा दिया और पास ही जल रहे चूल्हे से लकड़ियां निकालकर दागना शुरू कर दिया। 

तीनों की हैवानियत यही नहीं रुकी, एक ने जलती हुई लकड़ियों को श्यामा की आंखों में घुसा दिया, जिससे उसकी आंखें जल गई और उसके साथ लट्ठ से भी मारपीट की गई। किसी को वारदात का पता नहीं चले इसलिए उन्होंने श्यामा को गांव के बाहर नाले में फेंक दिया, लेकिन उसके शरीर में हरकत होने पर तीनों ने फिर से उस पर पत्थर और लट्ठ से वार कर खत्म कर दिया। 

वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतका के पति प्रेमचंद मीणा, उसके सगे भाई पिपली खेड़ा निवासी भैरूलाल और उसके साले लालू राम को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अग्रिम अनुसंधान में जुटी है।