जोधुपर के सूरसागर थाना क्षेत्र में शुक्रवार यानी 21 जून को दो समुदाय में विवाद हो गया था. पुलिस ने 22 जून यानी शनिवार को मकानों की तलाशी ली, जहां पर कई मकानों से पुलिस को करीब दो ट्राली ट्रैक्टर पत्थर बरामद हुए हैं. एडीसीपी पश्चिम निशांत भारद्वाज ने बताया कि शुक्रवार को रात को दो समुदाय के बीच में विवाद होने के बाद में काफी पत्थर बाजी हुई थी, जिसमें पुलिस के दो अधिकारी घायल हुए थे. वही एक महिला की आंख की रोशनी चली गई.  इसके बाद पुलिस ने मकानो का तलाशी अभियान चलाया था, जिसमें दो ट्रॉली पत्थर बरामद हुए. रविवार को भी क्षेत्र में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है. हालांकि, क्षेत्र में आने जाने वाले पॉइंट पर पुलिस ने नाके भी लगवाए हैं. उस क्षेत्र से गुजरने वाले लोगों को रोककर चेक किया जा रहा है. इसके अलावा डीसीपी वेस्ट राजेश यादव सहित तमाम अधिकारी क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं. इसके बावजूद भी क्षेत्र में गिनती की ही दुकान खुली हुई. सांप्रदायिक उपद्रव मामले में पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी के विरोध में महिलाएं थाने के बाहर पहुंची. एडीसीपी वेस्ट निशांत भारद्वाज के साथ महिलाओं ने बातचीत की. महिलाओं आरोप लगाया कि पुलिस ने गलत लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग पत्थर फेंकने में शामिल नहीं थे. पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जो भी इस मामले में दोषी होगा, उनके खिलाफ ही सख्त कार्रवाई की जाएगी. महिलाएं थाने के बाहर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रही हैं. इसके बाद पुलिस ने उन्हें धारा 144 का हवाला दिया. महिलाओं को एक साथ इकट्ठे होने से रोक रही है. शनिवार को पुलिस को खुफिया इनपुट मिला था कि शुक्रवार जैसी वारदात शनिवार को भी हो सकती है, इसके लिए कुछ लोगों ने अपने घरों में पत्थर इक्कठे किए थे.