राजस्थान के कृषि एवं बागवानी मंत्री किरोड़ी लाल मीणा आज 15 दिन बाद वापस सचिवालय जा सकते हैं. सोमवार को दौसा दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने इसके संकेत दिए थे. मंत्री ने उस वक्त कहा था, 'मैं जहां बैठता हूं, वहीं ऑफिस हो जाता है. अधिकारी खुद ही वहां आ जाते हैं. आज ईद की छुट्टी है, लेकिन कल से सचिवालय जाने की देखेंगे.' ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस्तीफे पर जारी सस्पेंस के बीच मंत्री मीणा मंगलवार से वापस ऑफिस जा सकते हैं. कल उन्होंने इस्तीफे को लेकर भी अपना रुख साफ कर दिया है. उन्होंने संस्कृत का एक श्लोक पढ़ते हुए बताया है कि चुप रहकर किसी भी बात को स्वीकार कर लेना उनका स्वभाव है. मंत्री ने कहा, 'जब तक मेरे शरीर में प्राण हैं मैं किसान, गरीब, मजदूर की सेवा करता रहूंगा. इसके लिए जरूरी नहीं कि सरकार में रहकर ही काम किया जाए. जब मैं सरकार से बाहर था, तब 26 लाख बच्चे रीट पेपर में बैठे थे, मैंने उस पेपर को निरस्त कराया था. सरकार में होता तो मैं निरस्त नहीं करा पाता. हर काम सरकार में रहकर नहीं कराया जा सकता.' किरोड़ा लाल मीणा के इस बयान से जनता में कौतूहल बढ़ता जा रहा है. बताते चलें कि एक तरफ किरोड़ी लाल मीणा अपने इस्तीफे वाले वादे पर कायम रहने वाले संकेत दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कृषि बजट की तैयारियों में जुटे हुए हैं. राजस्थान की भजनलाल 10 जुलाई को अपना पहला पूर्ण बजट पेश करेगी. इसके लिए सीएम शर्मा दो बार अधिकारियों के साथ मीटिंग कर चुके हैं. इस बार का पूर्ण बजट इस मायने में भी खास रहने वाला है क्योंकि आने वाले कुछ महीनों में राजस्थान की 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के साथ प्रदेशभर में पंचायत चुनाव भी होने वाले हैं. ऐसे में जनता को साधने के लिए बीजेपी सरकार कई लुभावनी योजनाओं को ऐलान कर सकती है.