माँ के बाद अब पत्नी,का संपन्न कराया नेत्रदान, इसी परिवार का चौथा नेत्रदान
बून्दी। दो वर्ष पूर्व अपनी मॉ रामप्यारी कपूर का नैत्रदान संपनन करवाने वाले गुरु नानक कॉलोनी बूंदी निवासी सुरेंद्र कपूर ने नैत्रदान जागरूकता की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए शनिवार को अपनी पत्नी नीलम रानी कपूर के निधन बाद उनका का भी नैत्रदान संपन्न करवाया। गौरतलब हैं कि शनिवार को गुरु नानक कॉलोनी बूंदी निवासी नीलम रानी कपूर के हृदयघात से आकस्मिक निधन होने के बाद नैत्रदान करवाया गया।
पत्नि, किसी की आँखों की रौशनी बने, इसलिये किया नैत्रदान

नैत्रदान जागरूकता की मुहिम जुड़े हुए गुरु नानक कॉलोनी बूंदी निवासी सुरेंद्र कपूर ने अपनी पत्नी नीलम की आंखे मरणोपरांत ‘किसी दूसरे की आंखों की रोशनी बने’ की सोच को दिल में रख कर अपने पुत्र व पुत्रियों की सहमति लेते हुए उनका नैत्रदान संपनन करवाया। 2 वर्ष पूर्व अपनी मां का नैत्रदान करवाने वाले सुरेंद्र कपूर की पत्नी नीलम रानी कपूर का शनिवार दोपहर को हृदयघात से आकस्मिक निधन हो गया था। शोक की घड़ी होने के बावजूद सुरेंद्र कपूर ने परिवार में नेत्रदान की परंपरा को बनाए रखने के लिए तुरंत ही पत्नी के नेत्रदान के लिए ममेरे भाई रविन्द्र भारद्धाज व श्रवण कुमार को संपर्क किया। सुरेंद्र ने बेटे नरेश, राजेश व बेटी मधु से नीलम के नैत्रदान की सहमति ली। सहमति मिलने के बाद कोटा से शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ. कुलवंत गौड़ ने बूँदी पहुँचकर परिवार के सभी सदस्यों के बीच में नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया।
चौथा नेत्रदान करवाने वाला बूंदी का पहला परिवार

संस्था के ज्योति मित्र इदरिस बोहरा ने बताया कि शहर में नेत्रदान की प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि बूंदी शहर में यह पहला पंजाबी परिवार है, जहां से चौथा नेत्रदान संपन्न हुआ है। पंजाबी परिवारों में नेत्रदान की अलख जगाने का सारा श्रेय श्रवण कुमार को ही जाता है। जिन्होंने सबसे पहले कोटा में अपनी भाभी स्वर्णा रानी, उसके बाद बहन मोतिया रानी व जीजा उद्योगपति मनोहर लाल भारद्धाज का मरणोपरांत नैत्रदान सम्पन्न करवाया था।