हैदराबाद को IT Hub के रूप में विकसित करने में जरूरी भूमिका निभाने के लिए चंद्रबाबू नायडू को जाना जाता है। इसमें 1998 में शहर में माइक्रोसॉफ्ट का कार्यालय स्थापित करना भी शामिल है। चंद्रबाबू नायडू ने याद किया कि कैसे माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर से मिलने के लिए उन्हें 10 मिले थे। लेकिन यह मीटिंग 30 मिनट से भी ज्यादा चली थी।

चंद्रबाबू नायडू ने चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। नायडू 1995 में राज्य के सीएम बने थे और उस दौरान इन्होंने हैदराबाद को आईटी हब के रूप में विकसित करने के लिए खूब काम किया।

उस समय बिल गेट्स के साथ इनकी मुलाकात का एक किस्सा इन दिनों चर्चा में है। जिसके बारे में इन्होंने एक बार बताया था।

क्या है पूरी कहानी?

बात 1998 की है जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स से मिलना था। तमाम मशक्कतों के बाद इन्हें बिल गेट्स के साथ 10 मिनट की मीटिंग के लिए अनुमति मिली थी। लेकिन नायडू ने एक बार बताया था कि कैसे ये 10 मिनट की मुलाकात आधे घंटे से भी ज्यादा में बदल गई थी।

मीटिंग चली 30 मिनट से ज्यादा

हैदराबाद को IT Hub के रूप में विकसित करने में जरूरी भूमिका निभाने के लिए नायडू को जाना जाता है। इसमें 1998 में शहर में माइक्रोसॉफ्ट का कार्यालय स्थापित करना भी शामिल है। चंद्रबाबू नायडू ने याद किया कि कैसे माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर से मिलने के लिए उन्हें 10 मिले थे।

लेकिन, यह मीटिंग आधे घंटे से भी ज्यादा में बदल गई थी। उस समय इन्होंने बिट गेट्स के सामने लैपटॉप से प्रजेंटेशन दी थी। जिससे बिल गेट्स काफी प्रभावित हुए थे।