राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बुधवार देर शाम दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की है. इस दौरान की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं जो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. इन तस्वीरों में वसुंधरा राजे मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम को गुलदस्ता देती हुईं और उनसे बातचीत करती हुई नजर आ रही हैं. दोनों नेताओं की इस मुलाकात को लेकर इस वक्त कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं, और राजनैतिक पंडित इसके कई सियासी मायने भी निकाल रहे हैं. राजस्थान के सियासी गलियारों में जारी यह चर्चा सबसे ज्यादा जोर पकड़ रही है कि वसुंधरा राजे अब अपनी और अपने पुत्र की सियासी भूमिका तलाश करने में जुट गई हैं. इसी कारण लोकसभा चुनाव के प्रचार में नजर ना आने वाली राजे अचानक कैबिनेट मंत्रियों की शपथ के बाद दिल्ली पहुंच गईं हैं और वहां अपने पुराने रिश्तों को खंगालने में जुटी हैं. शिवराज सिंह चौहान से उनकी पुरानी मित्रता है. वे समकालीन मुख्यमंत्री रहे हैं. ऐसे में राजे का दिल्ली पहुंचकी उनसे मुलाकात करना कई तरह के सियासी संकेत दे रहा है. राजे के सांसद बेटे दुष्यंत को मंत्री नहीं बनाने को लेकर भी इस वक्त राजस्थान की सियासत में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. राजस्थान में कांग्रेस के नेता भी इस पर सवाल खड़ चुके हैं. बीते दिनों भाजपा से कांग्रेस में आए चूरू के सांसद राहुल कस्वां ने कहा था कि पांच बार चुनाव जीतने वाले दुष्यंत सिंह को मंत्री नहीं बनाना कई सवाल खड़े कर रहा है. अगर पांच बार का जीता हुआ मंत्री नहीं बनेगा और पहली बार जीता हुआ मंत्री बनेगा, तो फिर भाजपा में मंत्री बनने का क्राइटेरिया क्या है?