Apple ने 10 जून से अपने सालाना इंवेट की शुरुआत कर दी है। इवेंट के मुख्य हाईलाइट्स में iOS 18 और iPadOS 18 है जिनके साथ कई खास अपडेट मिलते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने आंखों से अपने आईफोन या आईपैड को कंट्रोल कर सकते है। इसे खास कर दिव्यांग यूजर्स के लिए पेश किया गया है। इसे आई ट्रैकिंग के नाम से जाना जाता है।

 Apple ने iOS 18 और iPadOS 18 में आई ट्रैकिंग की शुरुआत करके एक्सेसिबिलिटी में क्रांति ला दी है। यह नई सुविधा यूजर्स को अपने iPhone और iPad को पूरी तरह से अपनी आंखों से कंट्रोल करने की अनुमति देती है।

ये फीचर मुख्य रूप से दिव्याग यूजर को टारगेट करके तैयार किया गया है, आई ट्रैकिंग किसी भी व्यक्ति को अपने डिवाइस के साथ इंटरैक्ट करने का एक मजेदार और सहज तरीका देता है। इस सुविधा को एक्टिव करने में कुछ ही सेकंड लगते हैं, इसके लिए किसी अतिरिक्त हार्डवेयर की आवश्यकता नहीं होती है बस आपके iPhone या iPad का बिल्ट-इन फ्रंट कैमरा इसके काम आता है।

आंखों से अपने डिवाइस को कंट्रोल करना

आई ट्रैकिंग यूजर्स को ऐप्स नेविगेट करने, डवेल कंट्रोल (किसी आइटम पर अपनी नजर रखना) का उपयोग करके एलिमेंट के साथ इंटरैक्ट करने और यहां तक ​​कि आमतौर पर भौतिक बटन के लिए आरक्षित फंक्शन को नियंत्रित करने की शक्ति देती है।

सरल सेटअप और आसान उपयोग

iPhone 12 और iOS 18 चलाने वाले बाद के यूजर्स के लिए आई ट्रैकिंग को सक्रिय करना बहुत आसान है।

आपको सेटिंग > एक्सेसिबिलिटी > आई ट्रैकिंग पर जाकर, अपनी आंखों की हरकतों के साथ कैमरे को कैलिब्रेट करने के लिए ऑन-स्क्रीन निर्देशों का पालन करना होगा।

इस सेटअप में बस कुछ सेकंड लगते हैं और यह आपके डिवाइस के साथ आंखों से कंट्रोल बातचीत को अनलॉक करता है।

प्राइवेसी है अहम

Apple यूजर की प्राइवेसी प्राथमिकता देता है। आई ट्रैकिंग आपकी आंखों को सटीक रूप से ट्रैक करने के लिए ऑन-डिवाइस मशीन लर्निंग का उपयोग करता है। जरूरी बात यह है कि इस सुविधा द्वारा उपयोग किया जाने वाला सारा डेटा आपके डिवाइस पर सुरक्षित रूप से रहता है, जिससे गोपनीयता संबंधी चिंताएं दूर हो जाती हैं।