WhatsApp दुनिया भर के लाखों लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। लोगों अपने परिवार वालों और सगे संबंधियों से जुड़े रहने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। मगर स्कैमर्स ने इस प्लेटफॉर्म को बहुत प्रभावित किया है। हाल ही में एक ग्रुप स्कैम सामने आया है जिसमें वे लोगों के अकाउंट को नजर टिकाए हुए है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
मेटा का वॉट्सऐप दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में इससे जुड़े स्कैम भी तेजी से बढ़ रहे हैं। आपको बता दें कि एक नया WhatsApp घोटाला यूजर्स को निशाना बना रहा है।
यह उन्हें फेक ग्रुप चैट में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहा है और उनके परिवार वाले वित्तीय नुकसान पंहुचा रहे हैं। यहां बताया गया है कि यह घोटाला कैसे काम करता है और इससे कैसे सुरक्षित रहें।
कैसे काम करता है स्कैम
- फेक कॉलर: आपको किसी ऐसे व्यक्ति से कॉल आती है, जो आपका मित्र या परिचित बनता है और अक्सर एक परिचित प्रोफाइल फोटो और डिस्प्ले नेम का उपयोग करता है।
- फेक OTP: घोटालेबाज ग्रुप कॉल में शामिल होने के लिए वन टाइम पासकोड (OTP) भेजने का दावा करता है।
- अकाउंट का अधिग्रहण: अब वे आपको OTP साझा करने के लिए मनाते हैं, जो उन्हें आपके WhatsApp को किसी अन्य डिवाइस पर रजिस्टर करने और आपका अकाउंट चुराने की अनुमति देता है।
- टू स्टेप वेरिफिकेशन को ब्लॉक करना: एक बार नियंत्रण में आने के बाद, वे टू स्टेप वेरिफिकेशन सक्षम करते हैं, जिससे आप लॉक हो जाते हैं। इसके बाद स्कैमर्स आपके संपर्कों को संदेश भेजते है और झूठे बहाना बनाकर पैसे मांगते हैं
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कैसे रखें सुरक्षित?
- टू स्टेप वेरिफिकेशन- सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत के लिए अपने WhatsApp सेटिंग में टू स्टेप वेरिफिकेशन सक्षम करें। इसके लिए खाते में किए गए परिवर्तनों को सत्यापित करने के लिए आपके रजिस्टर्ड फोन पर एक अलग कोड भेजा जाता है।
- अपना पिन कभी शेयर न करें: याद रखें, अपना छह अंकों वाला WhatsApp वेरिफिकेशन कोड कभी भी किसी के साथ शेयर न करें, चाहे वो परिचित ही क्यों न हों।
- वॉइस कॉल के जरिए पुष्टि करें: अगर आपको कोई संदिग्ध संदेश मिलता है, चाहे वो किसी जाने-पहचाने व्यक्ति से ही क्यों न हो, तो उनकी पहचान की पुष्टि करने के लिए उन्हें कॉल करें या वॉयस मैसेज का अनुरोध करें।