विश्व पर्यावरण दिवस पर काव्य गोष्ठी और वृक्षारोपण का आयोजन 

नैनवा शहर में 5 जून 2024 बुधवार को प्रातः 9:00 बजे अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वावधान में बागरिया की बगीची में काव्य गोष्ठी एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। जिसमें मुख्य अतिथि विनोद कुमार शर्मा कार्यक्रम के अध्यक्ष राधेश्याम सैनी तथा विशिष्ट अतिथि सत्यनारायण स्वामी रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ कवि किशन लाल कहार द्वारा मां शारदा वंदना की वन्दना सबसूं पहली ढोक लगावां,माता शारदा न शीश झुकावां से किया साथ ही 'मत काटो थे पेड़ा न जार;पेड़ा सूं प्राण वायु मिलें' गीत के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश सुनाकर तालियां बटोरी , भवानी सिंह सोलंकी ने जलवायु परिवर्तन के कारण 30% प्रजातियां विलुप्त होने पर चिंता व्यक्त की साथ ही छोटे तालाब की प्याल पर भरे कचरा को उठाने के लिए नगर पालिका से निवेदन किया कवि लक्ष्मण शर्मा एडवोकेट ने हाडोती का सुप्रसिद्ध गीत पापा की परी सुना कर तालियां बटोरी राधेश्याम सैनी ने मानसिक पर्यावरण में सुधार की जरूरत पर अपने विचार व्यक्त किये। कवि अनिल रंगीला ने वृक्षों पर काव्य पाठ किया। हरे भरे वृक्षों को काटना मानवता का नहीं है काम फिर भी मानव क्यों करता है ऐसा काम बालिका देवासी शर्मा ने भी भोले पर शानदार भजन प्रस्तुत किया।इस अवसर पर साहित्य परिषद के अध्यक्ष अनिल रंगीला ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया साथ ही धन्यवाद ज्ञापित किया।