चुनाव नतीजे आने से पहले ही अपनी जीत के प्रति आश्वस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरे कार्यकाल के शुरुआती 100-डे के एजेंडा तैयार कर उस पर अमल के लिए काम शुरू कर दिया है। मोदी ने रविवार को केंद्र सरकार के आला अफसरों के साथ सात अलग-अलग मीटिंगें कर 100-डे एजेंडा और अन्य सामयिक मुद्दों पर चर्चा कर जरूरी दिशा निर्देश दिए। सूत्रों का कहना है कि तीसरी बार सत्ता में आने पर मोदी कई बड़े फैसले लेने वाले हैं। इसके संकेत शुरुआती 100 दिनों में ही दिखेंगे। दो माह के लंबे चुनाव प्रचार और कन्याकुमारी में 45 घंटे ध्यान साधना के बाद लौटे प्रधानमंत्री ने अवकाश के दिन अपने प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव आदि अफसरों के साथ पहली बैठक में चक्रवात रेमल के बाद की स्थिति की समीक्षा की। इसके बाद देश में गर्मी व लू की स्थिति और फिर विश्व पर्यावरण दिवस को बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारियों पर प्रजेंटेशन देखा। प्रधानमंत्री ने आग की घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए नियमित मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री को अफसरों ने बताया कि इस वर्ष, देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून सामान्य और सामान्य से अधिक तथा प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम रहने की संभावना है। चक्रवात रेमल से नुकसान व राहत कार्याें की समीक्षा करते हुए पीएम ने उत्तर-पूर्वी राज्यों में भूस्खलन और बाढ़ के कारण हुई जान-माल की हानि के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्रभावित राज्यों को पूरा सहयोग देना जारी रखेगी। इसके बाद मोदी सरकार 3.0 के 100-डे एजेंडे की समीक्षा के लिए मैराथन बैठक की।