खानपुरा ग्राम वासियों द्वारा तालाब का मत्स्य पालन ठेका बंद करने की मांग को लेकर नैनवां उपखंड अधिकारी को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सोपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि ठेकेदार द्वारा तालाब में केमिकल युक्त खल डाली जाता है। नैनवा शहर के मैरिज गार्डनो के भोजन की झूठन, सब्जियां आदि भी तालाब के पानी में डाली जाती है। जिससे तालाब का पानी प्रदूषित हो रहा है। तालाब के पानी में नहाने से ग्राम वासियों को चर्म रोग सहित विभिन्न प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। मवेशियों द्वारा तालाब का पानी पीने से मवेशी बीमार हो रहे हैं तथा कहीं जानवरों की मृत्यु भी हो चुकी है ज्ञापन में बताया गया कि तालाब की पाल पर कहीं प्राचीन धर्मस्थल है जिसे ग्राम वासियों की आस्था जुडी हुई है धार्मिक स्थानो के आसपास मत्स्य आखेट करने से ग्राम वासियों मे रोष व्याप्त है। ज्ञापन में ग्राम वासियों ने ठेका निविदा प्रक्रिया को निरस्त करने तथा मत्स्य ठेका बंद नहीं होने की स्थिति में उग्र आंदोलन करने की भी चेतावनी दी। गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा वित्त वर्ष2015- 2016 तालाब को मॉडल तालाब घोषित किया गया था। ज्ञापन देने वालों में राष्ट्रीय बजरंग दल विभाग उपाध्यक्ष सीताराम सैनी, खानपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति उपाध्यक्ष जगदीश सैनी, विकाश पाराशर, दुर्गा लाल, कालू लाल, अर्जुन प्रजापत, सीताराम सैनी, विनोद सैनी, ओम प्रकाश मीणा,खुशीराम, महावीर, मुकेश, कमलेश माली, प्रवीण कुमार सहित कई ग्राम वासी उपस्थित रहे।