स्टेट समय के जल संग्रहण स्थलों के संरक्षण पर हो भागीरथी प्रयास 

बूंदी। प्रतिवर्ष गीष्मकाल में जल के लिए त्राहि त्राहि मची रहती है। जानकारी के अनुसार आने वाले वर्षो में भूजल की कमी अकाल की तरफ ईशारा करती नजर आ रही है। वर्तमान में ही गांवों व शहरों मे पानी के लिए प्रशासन को आपातकालीन व्यवस्था करनी पड रही है, जिसके बावजूद भी पानी के लिऐ आम जनता समस्या से जूझना पड़ रहा हैं। राज्य सरकार पानी की व्यवस्था के लिए हर तरह का प्रयास कर रही है लेकिन फिर भी पानी का टोटा बना हुआ है।

बूंदी जिले के तलवास ग्राम में आज भी पानी की कमी नही है। स्टेट समय की निर्मित रतनसागर झील, अजीतगढ किले पर स्टेट समय के टांके मे सदैव पानी भरा रहता है। रतनसागर झील व अजीत गढ किले के टांके की मरम्मत बाबत योजनाऐं बनती रहती है लेकिन अभी तक तो क्रियान्विति नजर नही आयी है।

वन विभाग के माध्यम से क्षैत्र के टांके की मरम्मत करवाने हेतु वर्षो से प्रयास किये जा रहे है लेकिन सफलता अभी नही मिल पायी है। जबकी अजीतगढ़ जंगली जानवरों के लिऐ सुरक्षित स्थल है तथा पर्यटन की दृष्टिकोण से भी अति महत्वपूर्ण स्थल है। वन विभाग द्वारा सडक से ऊपर तक पहुंचने के लिऐ चौडा कच्चा रास्ता बनवा दिया है। वन विभाग के वाहन किले तक पहुंच चुके है। रास्ता निर्माण हो जाने के कारण वन विभाग को मरम्मत कार्य करवाने मे भी सुविधा रहेगी। स्टेट समय के बाद आज तक मरम्मत नही हुयी है। सुरक्षा के लिऐ पानी गिरने के स्थान पर दीवार व अभियन्ताओं के निर्देशानुसार समस्त मरम्मत कार्य वन विभाग की देखरेख में करवाये जाने की आवश्यकता है।

स्टेट समय की निर्मित रतनसागर झील मे वर्तमान समय में पानी भरा हुआ है। जिले मे पानी की त्राही त्राही मची हुयी है जबकी यहां झील पानी से भरी हुयी है। इस झील मे पानी का रिसाव होता है। पानी रिसाव के कारण पानी कम भी होता है तथा रिसाव के कारण टूटने का भय भी बना रहता है। राज्य सरकार आम जनता, जंगली जानवरों, पशुओं के लिऐ हर वर्ष पानी उपलब्ध करवाने हेतु हर संभव प्रयास कर रही है।सरकार द्वारा करोडों रूपये खर्च करने के बाद भी पर्याप्त जल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।

तलवास ग्राम विकास संस्थान के सचिव मूल चंद शर्मा ने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव, वन मंत्रालय को पत्र के माध्यम से तलवास में उपलब्ध जल के स्थायी स्थलों के संरक्षण की मांग की है । रतन सागर झील व अजीत गढ किले के टांकों की मरम्मत की आवश्यकता बताते हुये भविष्य में इन जल स्त्रोतों से आम जनता, जंगली जानवर व पशु पक्षियों के लिऐ पानी सहजता से सुलभ होता रहे इस हेतु निवेदन किया है। शर्मा ने राजस्थान सरकार ,प्रशासन से अपील की गयी है कि सम्बन्धित विभागों से मरम्मत व संरक्षण हेतु प्रस्ताव मंगवाकर स्वीकृति की आवश्यक कार्यवाही कर स्टेट समय के जल श्रोतों का संरक्षण व जीर्णोद्धार करवा कर सभी जीवों को जल समस्या से राहत दिलवाने की अपील की है।