राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना अन्तर्गत करवानी होगी ई केवाईसी
-अंतिम तिथि 30 जून तक
बून्दी, 28 मई। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित पात्र लाभार्थियों की ई-केवाईसी संबंधित राशन डीलर को अपनी पोस मशीन के जरिये 30 जून तक करनी होगी। योजना के तहत किसी भी तरह के अपात्र व्यक्ति व दोहरे नाम को रोकने के लिए ये नई व्यवस्था प्रारंभ की गई हैं। अंगूठे का निशान नहीं आने वाले उपभोक्ताओं की आइरिस स्कैनर के जरिये ई केवाईसी होगी तथा राशन वितरण में दुरुपयोग रूकेगा।
जिला रसद अधिकारी शिवजीराम जाट ने बताया कि जिले में इस योजना से जुड़े कुल 198609 राशन कार्डधारक हैं। जिनके 743831 सदस्यों की ई-केवाईसी होनी हैं। इसके अभाव में 30 जून के बाद गेहूॅ प्राप्त करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं। इसके लिऐ जिले की 425 राशन की दुकानों के इन डीलर को इन सभी लाभार्थियों की ई-केवाईसी करनी हैं। इसके लिए विभाग ने पोस मशीन में आवश्यक बदलाव किए हैं, जिससे संबंधित डीलर अपने यहां गेहूं लेने पहुंचने वाले सदस्य के साथ उसके परिवार के शेष सदस्यों की ई-केवाईसी पोस मशीन के माध्यम से कर सकें। डीलर को इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए संपूर्ण जानकारी सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों और विभाग की साइट से दी गई हैं।
उन्होने बताया कि जिले के सभी उचित मूल्य दुकानदारों को निर्देशित किया वे खाद्य सुरक्षा प्राप्त लाभार्थियों को गेहूॅ वितरण के साथ ही पोस मशीन से पात्र लाभार्थियों की शत प्रतिशत ई-केवाईसी करें, ताकि 30 जून तक यह प्रक्रिया पूर्ण हो सके।
उन्होने बताया कि खाद्य सुरक्षा योजना के तहत राशन लेने वाले सभी ऐसे लाभार्थी परिवारों के प्रत्येक सदस्य की ई-केवाईसी करना जरूरी हैं। राशन डीलर को अपनी मशीन पर जुड़े राशन कार्ड देखने के लिऐ विभाग की ओर से लिंक भी जारी किया गया हैं। उदाहरण के तौर पर यदि परिवार में चार सदस्य हैं, तो चारों सदस्यों का अलग-अलग सत्यापन होगा। यदि कोई सदस्य यहां मौजूद नहीं है, तो जितने सदस्य मौजूद है, उनकी केवाईसी पूरी की जाएगी, यहां उपस्थित नहीं रहने वाला सदस्य राज्य के किसी भी राशन डीलर के पास जाकर अपने राशन कार्ड नंबर या आधार नंबर की जानकारी देकर ई केवाईसी करवा सकता हैं। सभी राशन डीलरों को व्हाट्सएप्प ग्रुप पर भेजे गऐ विडियो की सहायता से सदस्य का आसानी से ई केवाईसी की जा सकती हैं। सत्यापन केवल आधार और आईरिश से ही होगा। इसमें किसी प्रकार की ओटीपी आदि की सुविधा नहीं हैं।