प्रदेश में भीषण गर्मी के दौर के बीच हाडोती में सियासी पारा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. राजस्थान में एक बार फिर गुर्जर समाज और सरकार के बीच टकराव का अंदेशा जताया जा रहा है. क्योंकि 4 जून को लोकसभा चुनाव का रिजल्ट आने के तुरंत बाद  गुर्जर समाज, हाड़ौती के कोटा में पड़ाव डालेगा. क्योंकि समाज का आरोप है कि हाड़ौती से एक बड़े बीजेपी नेता के इशारे पर बीजेपी सरकार, कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल को बेवजह परेशान कर उनके खिलाफ द्वेषतापूर्ण पुलिस कार्रवाई करने को आमादा है, लेकिन कोटा में हाडोती के गुर्जर समाज की हुई महापंचायत में आव्हान किया 4 जून को मतगणना स्थल के बाहर ज्यादा से ज्यादा गुर्जर समाज एकत्र रहे. वहीं, दूसरी तरफ खड़े गणेश मंदिर के पास स्थित देवनारायण मंदिर के परिसर में हुई हाडोती गुर्जर महासभा की बैठक में इस कार्रवाई को द्वेषतापूर्ण कहा है. साथ ही आगे बोला कि कोटा-बूंदी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल के विरूद्ध कोटा प्रशासन और राज्य सरकार के रवैये से हाडोती संभाग के गुर्जरों में भारी आक्रोश है. बता दें कि इस  महासभा में कोटा में खड़े गणेश मंदिर के पास के भगवान देवनारायण मंदिर प्रांगण में कोटा संभाग के बड़ी संख्या में चारों जिलों से गुर्जर समाज के पंच-पटेल शामिल हुए. इस बारे में विधायक सुरेश गुर्जर ने कहा कि आक्रोश के कारण कोटा शहर में करीब  गुर्जरों की 40 दूध की डेयरियों पर जाकर दूध के सैंपल लिए गए हैं. वहीं  बूंदी के बरड़ क्षेत्र से खानों के मलबे से रवन्ना कटवाकर ट्रेक्टरों में दाबड़ी लाई जाती है जिसमें सिर्फ गुर्जरों के टेक्टरों को ही पकड़ा जा रहा है. इसी के साथ लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र के निवासी पवन गुर्जर का टेक्टर घर के बाहर ही उठा ले गए. और कहा कि उन्होंने  थोड़ी देर पहले यह टेक्टर जंगल से पत्थर भरकर लाए थे, जबकि टेक्टर दो दिन से घर से हिला ही नहीं था. विधायक सुरेश गुर्जर ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल का समर्थन करते हुए उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि गुर्जर समाज के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई नहीं करें, वरना 4 तारीख के बाद  बड़ा आंदोलन करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन और कोटा के आइजी की होगी। उन्होंने कहा कि गुर्जर बाहुल्य गांवों जिनमें बंधा धर्मपुरा, बोराबास, कोलाना, रानपुर, पाचनकुई  सहित कुछ गांव आते हैं उनमें ग्लाईडर से सर्वे कराकर भय का माहौल बनाया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि प्रहलाद गुंजल हमारे समाज के बड़े नेता हैं, इस बात पर हमें गर्व है  कि वो 36 कौम के नेता हैं. आधी रात को भी किसी भी समाज का व्यक्ति फोन करता है तो वे उसकी मदद के लिए तैयार रहते हैं.