राजस्थान की राजनीति में बीते कुछ दिनों से चिट्ठी पॉलिटिक्स की खूब चर्चा हो रही है. आंदोलनों के लिए मशहूर राजस्थान भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बीते कुछ दिनों में जिस तरह से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठियां लिखी है, उससे प्रदेश की राजनीति में एक नए भूचाल की आशंका जताई जा रही है. किरोड़ी लाल मीणा ने बीते एक महीने में गांधीनगर बिल्डिंग निर्माण प्रोजेक्ट, ERCP सहित चार अलग-अलग पत्रों के ज़रिए अपनी ही सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. इसके बाद एक दिन पहले उन्होंने पीएम मोदी को भी लिखा है. मीणा के इस रवैये से कई सवाल उठने लगे हैं. इस बीच शुक्रवार को किरोड़ी लाल मीणा का बड़ा बयान सामने आया है . मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र पर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, "जनहित और भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे सरकार के संज्ञान में लाना ग़लत बात नहीं है. मैं विपक्ष की भूमिका नहीं निभा रहा लेकिन ज़िम्मेदार पद पर हूँ. सरकार को बताना मेरी ड्यूटी है." मंत्री मीणा ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने मेरी चिट्ठियों पर संज्ञान लिया है. PM को भी मैंने एकल पट्टा प्रकरण के बारे में पत्र लिखा है. आने वाले दिनों में भी मैं अपनी यही भूमिका निभाता रहूंगा. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा पिछली सरकार में जो गड़बड़ियां हुई उसकी मैं सीएम को बराबर जानकारी देता रहता हूं. मेरी ही सूचना पर पेपर लीक के मामले में 38 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया गया. हमारी सरकार में भी कोई गड़बड़ी नहीं हो, इसलिए मैं मु्द्दे उठाते रहता हूं. लोकसभा चुनाव और रिजल्ट के बाद मंत्री पद से इस्तीफे की बात पर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान में PM मोदी ने मुझे सात सीटों की ज़िम्मेदारी दी थी. इसीलिए मैंने इन सीटों के हारने पर पद छोड़ने की बात कही थी.किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा कि मैं दिमाग़ से नहीं दिल से राजनीति करता हूँ. मुझे उम्मीद है राजस्थान में भाजपा 25 सीटें जीतेगी. देश में एक बार फिर से मोदी PM बनेंगे. मालूम हो कि मीणा ने पहले ही कहा था कि यदि इन सात सीटों पर भाजपा की हार हुई तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा.