नई दिल्ली। दिल्ली सीबीआई ने अपने इंस्पेक्टर राहुल राज की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। राहुल राज को एजेंसी ने मध्य प्रदेश स्थित एक नर्सिंग कॉलेज के चेयरमैन से कथित तौर पर 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि 'भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता' की अपनी नीति का पालन करते हुए एजेंसी ने संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत राज को बर्खास्त कर दिया, जो सरकारी कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त करने की अनुमति देता है।
मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के अध्यक्ष से लिया 10 लाख का रिश्वत
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अपने पुलिस उपाधीक्षक आशीष प्रसाद को भी मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है। मामले की एफआईआर में उनका नाम शामिल था। सुशील कुमार मजोका और ऋषि कांत असाठे, दोनों मध्य प्रदेश पुलिस से सीबीआई के साथ अटैचमेंट पर हैं, उन्हें जल्द ही राज्य पुलिस में वापस भेज दिया जाएगा। एक अधिकारी ने आरोप लगाया कि राज को रविवार को मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के अध्यक्ष अनिल भास्करन और उनकी पत्नी सुमा अनिल से कथित तौर पर 10 लाख रुपये की अवैध रिश्वत लेते हुए "रंगे हाथों" पकड़ा गया था। दंपत्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
सीबीआई की आंतरिक सतर्कता इकाई को मिला इनपुट
अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों को नाली के माध्यम से एकत्रित रिश्वत के बदले में अनुकूल निरीक्षण रिपोर्ट देने के आरोप में राज सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई तब शुरू की गई जब सीबीआई की आंतरिक सतर्कता इकाई को इनपुट मिला कि उसके अधिकारी मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश पर गठित टीमों में हो रहे कथित भ्रष्टाचार में शामिल थे।