राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को बीजेपी का निजी इवेंट बताकर न्योता ठुकराने के कारण कांग्रेस आलोचना के केंद्र में आ गई थी. कांग्रेस बार-बार यह कह रही है कि राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बना है. वहीं, अब राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने दावा किया है कि अगर केंद्र में एनडीए नहीं बल्कि यूपीए की सरकार भी होती तो भी राम मंदिर बन जाता. अशोक गहलोत ने इसके पीछे एक बड़ी वजह बताई है. अशोक गहलोत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी राम मंदिर को लेकर लोगों में भ्रम फैला रहे हैं और वह चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के आने पर राम मंदिर को कोई खतरा नहीं होगा. पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा, ''राम मंदिर को कोई खतरा नहीं है. राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बना है. इनको भ्रम है. अगर सरकार एनडीए की नहीं होती और यूपीए की होती, बीजेपी की नहीं होती कांग्रेस की होती, तो भी मंदिर बनता क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है. वे भ्रम फैला रहे हैं. उनके भ्रम में कोई आने वाला नहीं है. मोदी जी असत्य बोलते हैं. जनता समझ चुकी है कि चुनाव जीतने के लिए पीएम मोदी किसी भी हद तक जा सकते हैं. राजस्थान की 25 सीटों पर दो चरणों के तहत 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को मतदान कराया गया है. मतदान संपन्न होने के बाद बीजेपी और कांग्रेस के राजस्थान के नेता अब दूसरे प्रदेशों में अपनी पार्टी के नेताओं के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इसी क्रम में अशोक गहलोत इन दिनों उत्तर प्रदेश के अमेठी का दौरा कर रहे हैं और कांग्रेस के प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर रहे हैं. कांग्रेस ने यहां बीजेपी की सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतारा है