गूगल अपने सालाना इवेंट के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस इवेंट के दौरान कंपनी एंड्रॉइड क्रोम गूगल असिस्टेंट और यहां तक की एआई को लेकर बड़े अपडेट देखने को मिल सकते हैं। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि गूगल ने अपने सालाना इवेंट के लिए इसी नाम( I/O) को क्यों चुना। आइये इसके बारे में जानते हैं।

गूगल दुनिया की टॉप टेक्नोलॉजी कंपनियों में शुमार है, जो कुछ देर में अपने सलाना इवेंट की शुरू करने करेगा। Google I/O डेवलपर कॉन्फ्रेंस कंपनी का सबसे बड़ा एनुअल इवेंट है। इस इवेंट में कंपनी कई बड़े अपडेट ला सकती है, जिसका यूजर्स को लंबे समय से इंतजार है। इसमें एंड्रॉइड 15 सबसे खास है।

इवेंट की बात करें तो इसकी शुरुआत कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई के भाषण से रात 10:30 बजे शुरू होगा। ये इवेंट इसलिए भी खास है क्योंकि Google इस इवेंट में Android, Chrome, Google Assistant, AI के बारे में जानकारी दी जाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि Google का ये सलाना इवेंट कंपनी के आधिकारिक YouTube चैनल पर पर पेश किया जाएगा। मगर क्या अपने कभी सोचा है कि गूगल के इस सलाना इवेंट को ये नाम क्यों दिया गया है। यहां हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे।

इवेंट को क्यों मिला ये नाम?

  • जैसा कि हम जानते हैं कि गूगल अपने सालाना इवेंट को Google I/O नाम दिया जाता है। गूगल ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि ये नाम बहुत खास है।
  • इस नाम के पीछे दो पहलू है, जो इसके खास होने की बात की पुष्टि करता है। गूगल ने बताया कि इस नाम का एक अर्थ 'इनपुट/आउटपुट' है, जो एक मौलिक कम्प्यूटेशनल अवधारणा है।
  • ये कंप्यूटर सिस्टम और उसके एक्सटर्नल एनवायरनमेंट के बीच के संबंध को प्रदर्शित करता है।
  • इससे ये जाहिर होता है कि इस इवेंट के दौरान एंड्रॉइड, क्रोम, गूगल असिस्टेंट और एआई जैसी अलग-अलग तकनीकी डोमेन में प्रगति और नवाचारों को प्रदर्शित किया जाता है।
  • वहीं अगर दूसरी अवधारणा की बात करें तो Google I/O, ओपन टू इनोवेशन को दर्शाता है, जिसे डेवलपर कम्युनिटी को ध्यान में रखते हुए बेहतर और ट्रांसपेरेंट इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है।