दिल्ली की नॉर्थ ईस्ट लोकसभा सीट देश की सबसे हॉट सीटों में से एक है. यहां से कन्हैया कुमार और मनोज तिवारी के आमने सामने होने से यह सीट इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में है. खासकर जिस दमखम के साथ कन्हैया और मनोज तिवारी नामांकन भरने पहुंचे उसने इस लड़ाई को और भी दिलचस्प बना दिया है. अब ये लड़ाई और भी ज्यादा दिलचस्प होने वाली है क्योंकि कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को जिताने के लिए सचिन पायलट को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए मैदान में उतार दिया है.कांग्रेस हाईकमान ने सचिन पायलट को नार्थ ईस्ट दिल्ली लोसकभा सीट का ऑब्जर्वर नियुक्त कर दिया है. यानि सचिन पायलट कन्हैया कुमार का चुनाव मैनेजमेंट और प्रचार के अभियान का जिम्मा संभालेंगे. आपको बता दें कि कन्हैया को चुनाव जिताने की जिम्मेदारी मिलते ही सचिन पायलट का एक्शन शुरू हो गया है. उन्होंने कन्हैया के लिए सभाएं करने और रणनीति बनाने की जिम्मेदारी संभालना शुरू कर दिया है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर सचिन पायलट को ही क्यों इस सीट की जिम्मेदारी मिली और क्या सचिन पायलट कन्हैया कुमार को चुनाव जितवा पाएंगे?
Join our app to earn points & get the text & video content in your preffered language
PLease Click Here to Join Now
Search
Categories
- City News
- State News
- National
- Crime
- Entertainment
- Viral News
- Special
- Sports
- Politics
- Business
- International
- Health
- Spiritual
- Agriculture
- Education
- Election
Read More
અભેટામાં આવેલ કૃષ્ણાનંદ આશ્રમે ગણપતિ મહોત્સવ ધામધૂમ પૂર્વક ઉજવાયો
અભેટામાં આવેલ કૃષ્ણાનંદ આશ્રમે ગણપતિ મહોત્સવ ધામધૂમ પૂર્વક ઉજવાયો
ઉપલેટા : જનોઈ પ્રસ્તાવનું આયોજન | SatyaNirbhay News Channel
ઉપલેટા : જનોઈ પ્રસ્તાવનું આયોજન | SatyaNirbhay News Channel
अकलूज गावचे ग्रामदैवत असणाऱ्या आई अकलाई देवीच्या मंदिरामध्ये आज नवरात्र महोत्सवानिमित्त आकर्षक अशी फुलांची सजावट
माळशिरस तालुक्यातील अकलूज गावचे ग्रामदैवत असणाऱ्या आई अकलाई देवीच्या मंदिरामध्ये आज नवरात्र...
Lok Sabha Elections 2024: OP Rajbhar बोले- NDA को प्रतिदिन ताकत मिल रही है | BJP | Congress
Lok Sabha Elections 2024: OP Rajbhar बोले- NDA को प्रतिदिन ताकत मिल रही है | BJP | Congress
સાબરકાંઠાના ઈડરના નવા રેવાસના ખેડૂતે ઠંડા પ્રદેશમાં થતી સ્ટ્રોબેરીની ખેતી કરી સફળતા મેળવી છે.
સાબરકાંઠાના ઈડરના નવા રેવાસના ખેડૂતે ઠંડા પ્રદેશમાં થતી સ્ટ્રોબેરીની ખેતી કરી સફળતા મેળવી છે.