राजस्थान में जलजीवन मिशन में 900 करोड़ के घोटाले पर सीबीआई की जांच शुरु होने के साथ ही सियासत में भी बवाल मचा हुआ है .इस मामले में पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के कार्यकाल में बीजेपी नेता और वर्तमान में कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने गहलोत सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए थे.जिनमें पूर्व मंत्री महेश जोशी को भी मामले में घसीटा गया था.वही अब एक बार फिर से सीबीआई जांच शुरु होने के बाद कही ना कही सियासी खेमों में हलचल मची हुई है .

सरकार के पीएचईडी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने इस मामले में बड़ा बयान भी दिया है .उन्होंने कहा कि ईडी ने जिस तरीके से इस मामले में एक्शन लिया था.लेकिन गहलोत सरकार के असहयोगी रवैये के कारण भजनलाल सरकार को सीबीआई की जांच करवानी पड रही है .मंत्री ने कहा कि सीबीआई की जांच में छोटी या बड़ी मछली जो भी हो बचने वाली नहीं है .और ये घोटाला 900 करोड़ का नही बल्कि इससे कही ज्यादा बड़ा है.गहलोत सरकार में जलदाय मंत्री रहे महेश जोशी की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि महेश जोशी की लिप्तता सबके सामने हैं, किस तरीक़े से आंखें मूंद कर बैठे रहे और अधिकारियों और ठेकेदारों की साठगांठ का खेल चलता रहा. उन्होंने कहा, सीबीआई पूछताछ करेगी निश्चित रूप से उनके पास फेक्ट हैं, पूरा सच सामने आएगा. अगर गहलोत सरकार के और भी बड़े नेता अधिकारी है उनकी भी जांच की जाएगी